घर में शौचालय फिर भी खुले में जा रहे थे, पकड़े गये

खुले में शौच जाने वालों की अब खैर नहीं होगी। ऐसा करने वालों को अब जुर्माना डाला गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Sep 2018 12:08 AM (IST) Updated:Fri, 14 Sep 2018 12:08 AM (IST)
घर में शौचालय फिर भी खुले में जा रहे थे, पकड़े गये
घर में शौचालय फिर भी खुले में जा रहे थे, पकड़े गये

शाहजहांपुर : खुले में शौच जाने वालों की अब खैर नहीं होगी। ऐसा करने वालों को अब जुर्माना या फिर जेल तक जाना पड़ सकता है। नगर निगम प्रशासन ने लोगों को खुले में शौच जाने से रोकने के लिए सात टीमें गठित की है जो शहर के बाहरी क्षेत्रों में निगरानी करेंगी।

गुरुवार सुबह भी नगर निगम की टीम ने अजीजगंज, केरूगंज, हथौड़ा आदि क्षेत्रों में ओडीएफ की हकीकत परखने निकली थी। यहां दर्जनों लोग खुले में शौच जाते मिले। खास बात ये रही कि अधिकांश लोग वे थे जिनके यहां शौचालय बने हुए थे। नगर निगम के अधिकारियों ने ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए नोटिस जारी किए है। कुछ लोगों की अधिकारियों व कर्मचारियों से हॉटटॉक भी हुई। लेकिन प्रशासन की सख्ती के आगे उन्हें झुकना पड़ा। साथ ही दोबारा खुले में शौच न जाने के लिए इन लोगों को माफी भी मांगनी पड़ी।

पांच सदस्य टीम कर रही निगरानी

नगर निगम की ओर से जो टीमें गठित की गई है उसमे पांच कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। टीम में एक सुपर दो महिला व दो पुरुष कर्मचारियों को लगाया गया है। जो हर दिन शहर के बाहरी क्षेत्रों में सुबह-शाम खुले में शौच जाने वालों को रोकेंगे।

ये है ओडीएफ की स्थिति

2014 में प्रशासन ने नगर में सर्वे कराया था। जिसमे 5375 लोगों को शौचालय बनवाने के लिए पात्र पाया गया। 2168 लोगों को शौचालय स्वीकृत किए थे। प्रशासन ने 2067 लोगों को एक करोड़ 65 लाख 36 हजार रुपये की धनराशि जारी करते हुए शौचालय बना दिए। जबकि 101 लोगों को सत्यापन करने के बाद जल्द धनराशि भेज दी जाएगी। दोबारा जांच में 2001 लोग अपात्र निकले। इनमे अधिकांश लोगों के यहां तो शौचालय बने थे या फिर एक ही परिवार के कई-कई लोगों ने आवेदन कर रखे थे। इन सभी लोगों के आवेदन निरस्त कर दिए गए है।

14 सामुदायिक शौचालय का भेजा आवेदन

नगर निगम ने शहर को जल्द ओडीएफ कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हाल ही में शहर में नौ स्थानों पर सामुदायिक शौचालय बनवाने के साथ ही 14 सामुदायिक शौचालय का प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है। इसी तरह लोगों से ऑनलाइन आवेदन भी मांगे जा रहे है जिनके यहां अभी तक शौचालय नहीं बन पाए है।

शहर लगभग ओडीएफ की कगार पर पहुंच चुका है। जागरूकता के अभाव में कुछ लोग अभी भी खुले में शौच जा रहे है। ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए टीमें गठित की गई है। पहली बार में उन्हें चेतावनी दी जा रही है। यदि दोबारा खुले में शौच जाते मिले तो पांच सौ रुपये तक जुर्माना वसूला जाएगा। इसके अलावा शासनादेश का बार-बार उल्लंघन करने वालों को जेल भेजने की भी कार्रवाई की जाएगी।

सैफ सिद्दीकी, डीपीएम नगर निगम

chat bot
आपका साथी