जल्दी डाल लेना वोट, 29 को पारा करेगा चोट

मतदान के दिन मौसम का मिजाज तल्ख होगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Apr 2019 11:57 PM (IST) Updated:Tue, 23 Apr 2019 06:29 AM (IST)
जल्दी डाल लेना वोट, 29 को पारा करेगा चोट
जल्दी डाल लेना वोट, 29 को पारा करेगा चोट

जेएनएन, शाहजहांपुर : मतदान के दिन मौसम का मिजाज तल्ख होगा। तापमान सीजन में सबसे उच्च बिदु पर पहुंच जाएगा। मौसम वैज्ञानिकों ने भी 44 डिग्री सेल्सियस के करीब तापमान के पहुंचने की उम्मीद जताई है। मतदाताओं ने यदि सुबह के समय मतदान को सक्रियता न दिखाई तो दोपहर में वोट डालना मुश्किल हो जाएगा।

जनपद में 29 अप्रैल को लोकसभा सदस्य पद के लिए मतदान होगा। चुनाव आयोग ने सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान का समय नियत किया है। करीब 11 घंटे की अवधि में मतदाताओं को वोट डालने होंगे। लेकिन दोपहर 12:30 से 2.30 बजे के बीच पारा उछलकर 44 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच जाएगा। इंटरनेट पर तो 48 डिग्री सेल्सियस तापमान की उम्मीद जताई गई है। नतीजतन दोपहर के समय मतदान मुश्किल हो जाएगा। 3.1 डिग्री उछला पारा

सोमवार को न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई। अधिकतम तापमान 3.1 डिग्री का उछाल मारकर 37.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। जबकि सोमवार को शाम का तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। 20 फीसद पर पहुंची नमी

तापमान बढ़ने के साथ ही वायुमंडल की आ‌र्द्रता तेजी से घटनी शुरू हो गई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री व न्यूनतम 20.7 सेल्सियस था, जबकि रविवार को न्यूनतम 21.0 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 34.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इस बार गर्मी का टूटेगा रिकार्ड

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इस बार दो प्रमुख प्रक्रियाओं की वजह से तापमान वृद्धि का रिकार्ड टूटेगा। ग्लोबल वार्मिंग तो मुख्य वजह है ही, एलनीनो प्रभाव भी मध्य व उत्तर भारत में दिखेगा। दरअसल एलनिनो के प्रभाव से समुद्र अनावश्यक रूप से गर्म होता है, इस कारण हवा का पैटर्न बदल जाता। इसका सर्वाधिक प्रभाव उत्तर भारत पर पड़ता है। एल नीनो को तो नहीं बदला जाता सकता, लेकिन पौधरोपण से ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को कम किया जा सकता है। प्रदूषण नियंत्रण से भी गर्मी के बढ़ते प्रभाव को रोका जा सकता है।

डा. आशीष हरबिदु ,भूगर्भ मौसम वैज्ञानिक

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