डीएम ने सीएमएस सहित तीन डॉक्टरों का वेतन रोका
शाहजहांपुर : जिला अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं और लापरवाही का खामियाजा सीएमएस को भुगतना पड़ेगा। निरीक्षण के दौरान मिली खामियों के लिए सीएमएस सहित तीन डॉॅक्टरों को जिम्मेदार मानते हुए एक-एक माह का वेतन रोकने के आदेश दिए है। उन्होंने उक्त संबंध में स्पष्टीकरण तलब करने के साथ कार्रवाई के लिए शासन को एक पत्र भी लिखा है। वहीं एक नर्स के निलंबन की संस्तुति भी की है।
बता दें कि बीती 22 जुलाई को जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं से उनको रूबरू होना पड़ा था। बर्न वार्ड में एसी बंद होने के बावजूद सही जानकारी न देने पर उन्होंने सीएमएस डॉ. एनडी अरोड़ा को कड़ी फटकार लगाई थी। वहीं महिला अस्पताल के सीएमएस आफिस से नदारद मिले थे। इसके बाद शौचालय बंद होने के कारण नर्स रूथ कौशल को फटकारा था। ईएमओ वीके गंगवार की नामौजूदगी भी डीएम की नाराजगी का कारण बनी थी। अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं और जिम्मेदारों की लापरवाही से चढ़ा डीएम का पारा उसी दिन सख्त कार्रवाई की ओर इशारा कर रहा था। अंजाम भी कुछ ऐसा ही हुआ। निरीक्षण में खामियों और लापरवाही के कारण जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. एनडी अरोड़ा, महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. अश्वनी कुमार तथा ईएमओ डॉ. वीके गंगवार का जुलाई माह का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। साथ ही तीनों डॉॅक्टरों से स्पष्टीकरण तलब किया है। स्पष्टीकरण के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है। इसके साथ ही डीएम ने कार्रवाई के लिए शासन को भी लिखा है। वहीं नर्स रूथ कौशल के निलंबन की संस्तुति भी की है। इस आशय का पत्र सीएमओ व सीएमएस को भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि डीएम की कार्रवाई से अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है।
इनसेट
अस्पताल के निरीक्षण में खामियों को लेकर डीएम द्वारा जिला अस्पताल और महिला अस्पताल के सीएमएस तथा ईएमओ का एक-एक माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए हैं। लापरवाह सीएमएस पर कार्रवाई के लिए शासन को लिखा तथा स्टाफ नर्स के निलंबन की संस्तुति भी की है। इससे संबंधित आदेश उनको मिल गया है।
डॉ. डीके सोनकर सीएमओ