ऐसी क्या बात कह दी जो रिकी ने दे दी जान

शादी के कार्ड रिश्तेदारों शुभचितकों में बंट चुके थे। बैंड-बाजे की धुन के बीच शादी होने में बस दस दिन बाकी थे। युवती व मंगेतर के घर पर शादी की तैयारियां चल रही थी। इसी बीच बीते रविवार को मंगेतर का मोबाइल पर फोन आना और बातचीत के बाद युवती का फांसी लगाकर जान दे-देना किसी के गले से उतर नहीं रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Nov 2019 11:16 PM (IST) Updated:Tue, 12 Nov 2019 11:16 PM (IST)
ऐसी क्या बात कह दी जो रिकी ने दे दी जान
ऐसी क्या बात कह दी जो रिकी ने दे दी जान

संतकबीर नगर: शादी के कार्ड रिश्तेदारों, शुभचितकों में बंट चुके थे। बैंड-बाजे की धुन के बीच शादी होने में बस दस दिन बाकी थे। युवती व मंगेतर के घर पर शादी की तैयारियां चल रही थी। इसी बीच बीते रविवार को मंगेतर का मोबाइल पर फोन आना और बातचीत के बाद युवती का फांसी लगाकर जान दे-देना किसी के गले से उतर नहीं रहा है। दुधारा थानाक्षेत्र के पुरवां गांव की इस बेटी की मौत ने लोगों को हैरत में डाल दिया है।

गरीबी में पली-बढ़ी पुरवां गांव की बेटी 18 वर्षीय रिकी चौहान विद्यालय का मुंह नहीं देख पाई थी। इनके पिता रामनेवास मंद बुद्धि के वहीं मां चंदा देवी एक पैर से दिव्यांग हैं। चार-भाई बहनों में ये सबसे बड़ी थी। घर का खर्चा दिव्यांग मां के कंधों पर था।

चाचा भरतराज चौहान भतीजी की शादी छाता गांव के सोनू चौहान से तय की थी। फलदान-तिलक की रस्म पूरी हो गई थी। 20 नवंबर को शादी होनी थी। मृतक की मां कहती हैं कि जब से बेटी की शादी सोनू से तय हुई तभी से वह बेटी से अक्सर मोबाइल पर बातें करता था। चोरी से मिलता था। घटना के दिन मोबाइल पर बेटी से बात की। इसके कुछ देर बाद बेटी ने दुपट्टे से फंदे लगाकर जान दे-दी। न जाने सोनू ने क्या बात कह दी कि बेटी ने अपने जीवन का अंत कर दिया।

मंगेतर और इनके परिवार के एक भी सदस्य रिकी की मौत के बाद पुरवां गांव में नहीं पहुंचे। लोगों को यह बात भी चौंका रहा है। पुलिस चौकी बाघनगर के इंचार्ज ने कहा कि पोस्टमार्टम करा दिया गया है, मृतक के यहां से तहरीर नहीं मिली है।

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