पेंशन की रकम मामूली पर यही बुजुर्गों का सहारा

सतीश कुमार जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि पेंशन की रकम बुजुर्गों के लिए सहारा बनी हुई है। चारों किस्त समय से भेजी जाती है ताकि इन्हें पैसे की दिक्कत न हो। पेंशनरों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Aug 2021 11:16 PM (IST) Updated:Mon, 30 Aug 2021 11:16 PM (IST)
पेंशन की रकम मामूली पर यही बुजुर्गों का सहारा
पेंशन की रकम मामूली पर यही बुजुर्गों का सहारा

संतकबीर नगर: पिछले चार वित्तीय सत्रों में जनपद के दो लाख 72 हजार 906 बुजुर्गों के पेंशन पर एक अरब 35 करोड़ 07 लाख 06 हजार रुपये खर्च हुए हैं। पेंशन के रूप में इन्हें मामूली रकम मिलती है, लेकिन यही पैसा बुजुर्गों का सहारा बनी हुई है। इसी राशि से ये अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं। चार किस्तों में मिलने वाली पेंशन की रकम को निकालने के लिए बैंकों पर इनकी भीड़ जुटती है।

वृद्धा पेंशन योजना से लाभान्वित करने के लिए शासन ने मानक तय किया है। आयु 60 साल या इससे अधिक होनी चाहिए। गरीबी रेखा से नीचे(बीपीएल)जीवनयापन करते हों। साढ़े तीन एकड़ से अधिक भूमि नहीं होना चाहिए। शहरी क्षेत्र में रहने वाले के लिए 56 हजार 460 रुपये व ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति की सालाना आय 46080 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इन मानकों पर खरा उतरने वालों को इस योजना से लाभान्वित किया जाता है। प्रतिमाह 500 रुपये के हिसाब से हर तीसरे माह 1500 रुपये यानी सालाना छह हजार रुपये लाभार्थी के बैंक खाते में पेंशन राशि भेजी जाती है। प्रत्येक वर्ष शहरी क्षेत्र में लेखपाल और ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत सचिव लाभार्थियों के पात्रता की जांच करते हैं। वृद्धा पेंशनरों की संख्या बढ़कर 74573 हुई जनपद में हर साल वृद्धा पेंशनरों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वर्तमान में जिले में 74573 वृद्धा पेंशनर हैं। इस पेंशन का लाभ उठाने के लिए ह्यह्यश्च4-ह्वश्च.द्दश्र1.द्बठ्ठ वेबसाइट पर आय, उम्र, निवास आदि प्रमाण पत्र के साथ आनलाइन आवेदन करना होता है। इनके पात्रता की जांच होती है। जांच में खरा उतरने वालों को इस योजना से लाभान्वित किया जाता है। वित्तीय सत्र : पेंशन पाए : खर्च राशि (लाख) 2017-18 : 62943 : 2884.44 2018-19 : 66711 : 3122.18 2019-20 : 70993 : 4213.50 2020-21 : 72259 : 3286.94 योग : 272906 : 13507.06

सतीश कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि पेंशन की रकम बुजुर्गों के लिए सहारा बनी हुई है। चारों किस्त समय से भेजी जाती है, ताकि इन्हें पैसे की दिक्कत न हो। पेंशनरों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है।

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