व्रत रखकर श्रीहरिनारायण विष्णु से सुख-समृद्धि की प्रार्थना

घरों -मंदिरों में पूजन करके दीप जलाए गए। आंगन में चावल की रंगोली सजाकर उसमें गन्ना सिघाड़ा गंजी आदि रखकर भगवान का आह्वान किया। पुरुषों ने थाल सजाकर उसमें दही अच्छत गुड़ दूब सिदूर हल्दी जल नैवेद्य आदि रखकर गन्ने के खेत में पांच गन्ने को एक सूत्र में बांधकर पूजन किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 07:50 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 07:50 PM (IST)
व्रत रखकर श्रीहरिनारायण विष्णु से सुख-समृद्धि की प्रार्थना
व्रत रखकर श्रीहरिनारायण विष्णु से सुख-समृद्धि की प्रार्थना

संतकबीर नगर: देवोत्थान एकादशी पर श्रद्धालुओं ने बुधवार को व्रत रखकर श्रद्धा पूर्वक भगवान श्रीहरिनारायण विष्णु की पूजा-अर्चना की। भगवान से धन, वैभव, यश कीर्ति में वृद्धि की कामना की गई।

घरों -मंदिरों में पूजन करके दीप जलाए गए। आंगन में चावल की रंगोली सजाकर उसमें गन्ना, सिघाड़ा, गंजी आदि रखकर भगवान का आह्वान किया। पुरुषों ने थाल सजाकर उसमें दही, अच्छत, गुड़, दूब, सिदूर, हल्दी, जल, नैवेद्य आदि रखकर गन्ने के खेत में पांच गन्ने को एक सूत्र में बांधकर पूजन किया। गन्ने की फसल को काटकर उत्पादन के साथ सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य रक्षा व मंगल की कामना की।

दरिद्र नारायण को किया बेघर देवोत्थान एकादशी पर श्रीहरि के गुणगान के साथ रात्रि जागरण भी किया गया। परंपरा के अनुसार महिलाओं ने रात में गन्ने की डंठल से सूपा पीटकर पूरे घर में डुगडुगी बजाकर दरिद्रनाथ को बेघर किया। पर्व पर गन्ने की गांठ फोड़ने की परंपरा का आस्थावानों ने निर्वहन किया। गन्ना, सिघाड़ा, गंजी की खरीदारी आस्थावानों ने पर्व के मद्देनजर जिला मुख्यालय समेत जनपद के विभिन्न बाजारों में सजी दुकानों पर व्रत में प्रयुक्त होने वाले सामान की खरीदारी की। सुबह से ही व्रत में प्रयुक्त होने वाली सामग्रियों की खरीदारी शुरू हो गई। गन्ना, सिघाड़ा, गंजी, सुथनी आदि से बाजार पटे रहे। दुकानों पर दिनभर ग्राहकों की भीड़ रही। शुरू हो गए शुभकार्य देव उठनी, (देवप्रबोधनी) एकादशी से शुभ कार्यों का श्रीगणेश हो गया। ऐसी मान्यता है कि यह व्रत रहने से वर्ष भर के एकादशी का फल प्राप्त होता है। इसी दिन से शादी-विवाह व अन्य मांगलिक कार्य का शुभारंभ होता है। ऐसा रहा बाजार सामग्री - प्रति किलो

गंजी लाल - 32 से 35 रुपये (एक दिन पूर्व 20 से 25 रुपये)

-गंजी सफेद 30 रुपये

-सुथनी 30 रुपये

-सिघाड़ा- 25 से 35 (एक दिन पूर्व 15 से 20 रुपये)

गन्ना - 15 से 30 रुपये में एक

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