नई पेंशन व्यवस्था को समाप्त करके पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करे सरकार
पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू न होने पर विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने की चेतावनी
संतकबीर नगर: राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष विजय प्रताप पाल ने कहा कि एक अप्रैल 2005 से लागू नई पेंशन व्यवस्था को समाप्त करके पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू किया जाए। पेंशनर्स अधिकार मंच के संरक्षक गंगा प्रसाद यादव ने कहा कि एसीपी, कैशलेस चिकित्सा, उपार्जित अवकाश व द्वितीय शनिवार को अवकाश की सुविधा दी जाए। सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुभाष चंद्र यादव ने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मियों, अधिकारियों की समस्या खत्म की जाए।
कलेक्ट्रेट परिसर में गुरुवार को पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए आयोजित धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष हरिबख्श सिंह ने कहा कि सुबह आठ बजे से शाम के साढ़े चार बजे तक माध्यमिक विद्यालय खोलने के शासनादेश को वापस लिया जाए। ट्रेड यूनियन कौंसिल के अध्यक्ष शिवकुमार गुप्त ने कहा कि रसोइयों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा, पीआरडी, होमगार्ड, रोजगार सेवकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। कलेक्ट्रेट मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अभय कुमार चौधरी, लेखपाल संघ के अध्यक्ष बुधिराम चौधरी, चकबंदी लेखपाल संघ के अध्यक्ष अवधेश यादव, मिनिस्ट्रीयल सिचाई संघ के अध्यक्ष रवि चौधरी ने कहा कि राजस्व लेखपाल का पदनाम उप राजस्व निरीक्षक करते हुए प्रारंभिक ग्रेड वेतन 2800 किया जाए। डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के मंडल अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि वेतन विसंगति दूर करते हुए ग्रेड वेतन 4800 रुपये किया जाए। ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अभय प्रताप सिंह, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह व मंच की अध्यक्ष अंबिका देवी यादव ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू न करने पर कर्मी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार के मंसूबे पर पानी फेर देंगे। पंचायतीराज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष परमहंस गौतम व जिला महामंत्री नरेंद्र कुमार ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने व कर्मियों के प्रति सरकार की दोषपूर्ण नीतियों की आलोचना की। मंच के संयोजक रामभजन यादव ने 30 नवंबर को सभी कर्मचारियों, शिक्षकों से लखनऊ के ईको गार्डन में पहुंचने की अपील की। धरना में दीनानाथ उपाध्याय, अनिल कुमार मिश्र, राजेंद्र प्रसाद, सरोज यादव, अयोध्या प्रसाद चौधरी, हरजीत कौर, शिवानंद मिश्र, रामनाथ यादव, विष्णु कुमार श्रीवास्तव, उदय प्रताप यादव सहित तमाम कर्मी शामिल रहे।