रोजेदारों ने मांगी अमन चैन की दुआ

मुकद्दस रमजान में शुक्रवार को चौथा रोजा पूरा हुआ। माह के पहले शुक्रवार जुमा को मस्जिदों में रौनक रहीं। अमन चैन व तरक्की की दुआ मांग की पांचवीं की तरावीह की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 May 2019 11:17 PM (IST) Updated:Fri, 10 May 2019 11:17 PM (IST)
रोजेदारों ने मांगी अमन चैन की दुआ
रोजेदारों ने मांगी अमन चैन की दुआ

संतकबीर नगर: मुकद्दस रमजान में शुक्रवार को चौथा रोजा पूरा हुआ। माह के पहले शुक्रवार जुमा को मस्जिदों में रौनक रहीं। अमन, चैन व तरक्की की दुआ मांग की पांचवीं की तरावीह की। तीन असरों वाले माह रमजान में परवरदिगार से आत्मीयता कायम की जा रही है। रमजान दान करने, पुण्य कमाने और दरियादिली दिखाने के इस्लाम के बुनियादी सिद्धांतों से भी जुड़ा हुआ है। इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। इसे सब्र यानी संयम को मजबूत करने और बुरी आदतों को छोड़ने का जरिया भी माना जाता है। धर्म पर सच्ची श्रद्धा रखना, नमाज पढ़ना, जकात यानी दान देना और हज करना शामिल है। दान देकर मस्जिदें व सहायता संगठन भोजन, पानी आदि का निश्शुल्क इंतजाम करते है। पूरे रोजे रखने वाले का तोहफा ईद है। हुक्म पूरा करने वाले बंदों को अल्लाह अपनी रहमतों की बारिश से भिगो देता है। अल्लाह पाक रमजान की इबादतों के बदले अपने नेक बंदों को बख्शे जाने का ऐलान फरमा देते हैं।

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