जिला अस्पताल में दलालों का दबदबा

चिकित्सक कक्ष के सामने खड़े एक व्यक्ति ने उन्हें तत्काल डाक्टर को दिखाने के बाद लिखी गई जांच करवाने के लिए बाहर ले जाने लगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Feb 2020 11:28 PM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 06:11 AM (IST)
जिला अस्पताल में दलालों का दबदबा
जिला अस्पताल में दलालों का दबदबा

संत कबीरनगर: आपकी पर्ची कहां है, यह दवा तो काम नहीं करेगी। चलिए बाहर से आपको अच्छी दवा दिलवाते हैं। जांच अस्पताल में करवाइएगा को सौ-दो-सौ की बचत होगी जरूर पर रिपोर्ट का कोई भरोसा नहीं है। इस प्रकार की बातों में मरीजों और उनके तीमारदारों को भटकाने के लिए जिला अस्पताल परिसर में एक बड़ी संख्या तैनात दिखती है। राहत दिलाने के नाम पर इन दलालों द्वारा न सिर्फ सरकार की मंशा को धूमिल किया जा रहा है बल्कि गरीबों की जेब पर गहरी चपत भी लगाई जा रही है।

शुक्रवार को कोपिया निवासी राजू अपनी मां को दिखाने के लिए कतार में लगे थे। चिकित्सक कक्ष के सामने खड़े एक व्यक्ति ने उन्हें तत्काल डाक्टर को दिखाने के बाद लिखी गई जांच करवाने के लिए बाहर ले जाने लगा। पैसा न होने की बात कहकर उन्होंने अस्पताल में ही जांच करवाने की बात कहकर उसे लौटा दिया। यह मामला एक नमूना है। असलियत यह है कि जिला अस्पताल में इन दिनों दलालों का राज है। अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों का ड्रेस कोड लागू है। अधिकारियों के निरीक्षण के कर्मी ड्रेस में रहते हैं लेकिन उसके बाद हाल जस का तस हो जाता है। ऐसे में दलालों और अस्पताल कर्मियों के बीच अंतर ही नहीं दिखता है। दलालों को लोग स्वास्थ्य कर्मी मानकर उनके भ्रम में फंस जाते हैं। अहम बात है कि अनेक काउंटरों पर दलालों द्वारा ही मरीजों का पर्चा भी एकत्र किया जाता है। एक स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि कई वार्डों में दलालों का राज है। इनके द्वारा अस्पताल कर्मियों का भी सम्मान नहीं किया जाता है। यह हाल तब है जब जिला अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे के साथ ही सुरक्षा के लिए कर्मियों की तैनाती की गई है। सीएमओ डा. हरगोविद सिंह ने कहा है कि

अस्पताल में दलालों का प्रवेश वर्जित है। इस बीच लगातार दलालों की सक्रियता की जानकारी मिल रही है। जल्द ही पुलिस के साथ छापेमारी की जाएगी। मौके पर पकड़े गए दलालों पर मुकदमा भी पंजीकृत करवाया जाएगा।

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