परिषदीय विद्यालयों में लगे 20 फीसद हैंडपंप खराब

जनपद के परिषदीय विद्यालयों में लगे इंडिया मार्क हैंडपंपों में 20 फीसद खराब है। तकनीकी खराबी के शिकार इंडिया हैंड पंप बेमतलब साबित हो रहे हैं। खराब पड़े हैंडपंपों के चलते विद्यालयों में पढ़ने वाले सैकड़ों ब'चे प्रदूषित जल पीने को मजबूर हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर मई माह में कुछ हैंडपंपों को ठीक कराकर कोरम पूरा कर लिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 10:09 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 10:09 PM (IST)
परिषदीय विद्यालयों में लगे 20 फीसद हैंडपंप खराब
परिषदीय विद्यालयों में लगे 20 फीसद हैंडपंप खराब

संतकबीर नगर : जनपद के परिषदीय विद्यालयों में लगे इंडिया मार्क हैंडपंपों में 20 फीसद खराब है। तकनीकी खराबी के शिकार इंडिया हैंड पंप बेमतलब साबित हो रहे हैं। खराब पड़े हैंडपंपों के चलते विद्यालयों में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चे प्रदूषित जल पीने को मजबूर हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर मई माह में कुछ हैंडपंपों को ठीक कराकर कोरम पूरा कर लिया गया।

प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में तकरीबन 29 सौ हैंडपंप लगे हैं। शुद्ध पेय जल के लिए स्थापित अधिकांश इंडिया मार्क हैंडपंप कई माह से बदहाल चल रहे हैं। जो हैंडपंप ठीक है उनका पानी का रंग व स्वाद बदला हुआ है। शिकायत के बाद भी विभाग बेपरवाह बना हुआ। आंकड़ों के अनुसार छोटी-बड़ी खराबी से करीब 664 हैंडपंप खराब हैं। प्रधानाध्यापक व विद्यालय प्रबंधन समिति ने कई बार शिकायती पत्र दिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिला सर्तकता व निगरानी समिति के बैठक के साथ अन्य बैठकों में विद्यालय में खराब हैंडपंपों की शिकायत उठी थी। प्राथमिकता के आधार पर विद्यालयों के हैंडपंप ठीक कराने का निर्देश दिया था। ¨कतु अभी तक हैंडपंप ठीक नहीं कराए जा सके। बीएसए कार्यालय से भेजे जाने वाली सूची में इक्का दुक्का हैंडपंप ठीक किए जाते हैं। खलीलाबाद जूनियर हाईस्कूल, प्रावि बनियाबारी, गौसपुर, नाथनगर, सियरासाथा, बेलहर आदि स्थानों के हैंडपंप खराब हैं।

इस संबंध में जिला समन्वयक एचएन त्रिपाठी ने खराब हैंडपंपों की सूची भेजी गई। ग्राम पंचायतों से हैंडपंप ठीक कराएं जा रहे है।

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