बच्चों की संख्या कम, कैसे पूरा होगा लक्ष्य

संतकबीर नगर: जिले में सर्वशिक्षा अभियान के तहत शासन के निर्देश बेअसर साबित हो रहा हैं। नया सत्र शुर

By Edited By: Publish:Mon, 03 Aug 2015 10:59 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2015 10:59 PM (IST)
बच्चों की संख्या कम, कैसे पूरा होगा लक्ष्य

संतकबीर नगर: जिले में सर्वशिक्षा अभियान के तहत शासन के निर्देश बेअसर साबित हो रहा हैं। नया सत्र शुरू हुए तीन माह से से अधिक गुजर गए पर अभी तक न तो विद्यालयों में नामांकन का लक्ष्य ही पूरा हुआ और न ही बच्चों की उपस्थित बढ़ रही है। एक से लेकर पांच अध्यापकों तैनाती वाले स्थानों में बीस से लेकर चौतीस बच्चों की उपस्थिति हो रही है। लापरवाही के चलते बच्चों को बंटने वाली निश्शुल्क किताबें भी पूरी तरह नहीं बंट पाई हैं।

जिले में चल रहा स्कूल चलो अभियान की रफ्तार मंद है। अभियान के तहत न तो पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार जागरूकता कार्यक्रम ही आयोजित किए गए। न ही अभी तक हाउस होल्ड सर्वे ही शुरू हो पाया है। जिन विद्यालयों में शिक्षक तैनात हैं वह वहां पढ़ाने ही नहीं जाते। इसकी पोल निरीक्षण में पहले की खुल रही है।

सूत्रों के अनुसार जिले के कई ऐसे विद्यालय हैं जहां विशिष्ट बीटीसी के तहत महिला शिक्षक तैनात है। हालत यह है कि इनमें से अधिकांश महिलाएं व कुछ पुरूष शिक्षक समय से विद्यालय नही जाते है। एक दिन पहुंचकर दो से तीन दिन की हाजिरी लगाई जाती है। ऐसे में नुकसान नौनिहालों का ही हो रहा है जो शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यालयों में नामांकन कराएं हुए हैं।

सर्व शिक्षा अभियान के तहत चलाया गया अभियान कारगर साबित नही हो सका। अप्रैल में सत्र प्रारंभ होने के बाद विद्यालय की संख्या बढ़ाने के लिए जुलाई में 07 से 21 तक विशेष अभियान चलाएं गए ¨कतु अभियान मे अपेक्षित सफलता नही मिली। 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को स्कूल में दाखिला कराने के लिए विभाग की तरफ से न तो अभिभावकों को भरोसा दिलाया जा सका न ही पूर्व में नामांकित बच्चों को विद्यालय में बुलाया जा सका। अभियान के तहत गांवों में प्रभात फेरी, रैली तथा विशेष बैठक कर कार्ययोजना बनाना था, पर आज भी शासन के निर्देश का खुलेआम माखौल उड़ाया गया। स्कूलों में नामांकन का लक्ष्य हासिल करने के लिए सहायक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों व शिक्षकों को जिम्मेदारी भी दी थी। इसमें अभिभावकों से संपर्क करके उन्हें स्कूल में बच्चों का नामांकन कराने के लिए प्रेरित करना था।

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विद्यालयों में बढ़ेगी बच्चों की संख्या

- विद्यालयों की स्थिति सुधार कर बच्चों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसमें कहीं को कोई कमी नही आने दी जाएगी। लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। शिथिलता बरतने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

- महेंद्र प्रताप ¨सह,

- जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

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