गांव में जलभराव : ग्रामीण प्रदर्शन कर मांग रहे सफाई

- वर्षों से गांव में बनी है जलभराव की समस्या शिकायत के बाद नहीं हुआ समस्याओं का समाधान जा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 12:10 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 12:10 AM (IST)
गांव में जलभराव : ग्रामीण प्रदर्शन कर मांग रहे सफाई
गांव में जलभराव : ग्रामीण प्रदर्शन कर मांग रहे सफाई

- वर्षों से गांव में बनी है जलभराव की समस्या, शिकायत के बाद नहीं हुआ समस्याओं का समाधान

जागरण संवाददाता,

रजपुरा: विकास खंड के गांव डोहरी में साफ सफाई ना होने की वजह से गांव गंदगी पसरी हुई है। नालियों की सफाई ना होने की वजह से गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। गांव के मुख्यमार्गों पर जलभराव हो गया है। इसी से गुस्साए ग्रामीणों ने गुरुवार को प्रदर्शन कर सफाई की मांग की।

सरकार ने गांव को गंदगी से मुक्त करने के लिए लाखों का बजट दिया था। उसके बाद भी काफी गांव ऐसे जहां पर स्थिति बहुत खराब है। रजपुरा ग्राम पंचायत के मजरा डोहरी में गंदगी के साथ साथ जलभराव की समस्या है। गांव के पानी की निकासी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। जिसकी वजह से गांव श्मशान घाट व मुख्यमार्ग पर एकत्र हो जाता है। जिससे ग्रामीणों को श्मशान घाट पर शव ले जाने में गंदे पानी के बीच से गुजरना पड़ता है। जिसमें आए दिन महिलाएं, बच्चे व बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं।

गांव में जलभराव से अन्य दिक्कतें भी सामने आ रही हैं। गांव में संक्रामक बीमारी फैलने का भय बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार ब्लाक में शिकायत की है, लेकिन उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। प्रदर्शन करने वालों में नेमसिंह, सुरजीत, सोनू यादव, देवेंद्र, नेकपाल यादव आदि लोग मौजूद रहे। कोट----

श्मशान घाट को जाने वाले रास्ते कई वर्षों से जलभराव की समस्या बनी हुई है। इससे लोगों को निकलने में भारी समस्या उठानी पड़ती है। उसके बाद इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया है।

कल्यान सिंह गांव में चारों तरफ गंदगी पसरी हुई है। कोई भी सफाई कर्मचारी गांव में सफाई करने के लिए नहीं आता है। गांव में मच्छरों की प्रकोप है। संक्रामक बीमारी फैलने का भी खतरा बना हुआ है।

कर्रू सिंह गांव के मुख्यमार्ग की स्थित बहुत ही खराब है। इस पर एक फीट पानी भरा है। आए दिन बाइक सवार व महिलाएं, बच्चे गिरकर चोटिल होते रहते हैं। उसके बाद इसकी कोई सुध नहीं ले रहा है।

रामपाल सिंह जब चुनाव नजदीक आ जाता है तो राजनीतिक पार्टियों के लोग सैकड़ों वायदे कर के जाते हैं। चुनाव के बाद गांव की स्थिति को देखने कोई नहीं जाता।

रामपाल सिंह

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