गिले-शिकवे दूर कर 27 परिवारों को मिलवाया
संस्तुति की गई। काउंस¨लग खत्म होने के बाद भी जब लड़की बाहर खड़ी रो रही थी तो काउंस¨लग टीम ने उसके बारे में पता किया तो पता चला कि काउंस¨लग कराने के लिए उसके पिता अपने साथ लाये थे समझौता न हो पाने के कारण अब वो भी अपने साथ ले जाने से मना कर रहे हैं। उसके तीन भाई हैं, जो गाँव मे ही खेती करते हैं। उन्होंने पहले ही अपने साथ रखने को मना कर दिया था उसके पिता से बात की तो उन्होंने बताया कि वह दिन में एक सर
बहजोई : परिवार सुलह समझौता परामर्श केंद्र पर 27 परिवारों को पुन: मिलवाया गया तो वहीं 29 पत्रावलियों के न्यायालय में विचाराधीन होने एवं अन्य कारणों से खारिज किया गया। वहीं 7 पत्रावलियों में विधिक कार्यवाही किये जाने की संस्तुति की गई।
काउंसलर लव मोहन वाष्र्णेय एडवोकेट, संगीता भार्गव, कविता यादव, किरन चौहान, विनीता, शगुन पोरसवाल आदि लोग उपस्थित थे।