अजमेर न जाने के एलान पर बिफरा उलेमा मशाइख बोर्ड
ते हैं। बैठक में आने वाले ईद मिलादुन नबी के पर्व पर ज्यादा से ज्यादा आका रसूले पाक सलल्लाहो अलेहि वसल्लम की मौहब्बत में घरों पर झण्डे लगाने एवं चरागाह करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही उलेमा मशाईख बोर्ड संगठन को म•ाबूत बनाने के लिए सदस्यता अभियान चलाकर अर्न्तराष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद अशरफ मियां किछौछवी के हाथो को म•ाबूत कर खानकाहों एवं दरगाहों के दरस को आम करने व पै़गामे मौहब्बत फैलाने का संकल्प लिया। इस मौके पर बैठक में मुख्य अतिथि कारी शुऐब अशरफी, कारी एहसान, जमशेद वारसी, अहमद हुसैन अशरफी, सालिम अशरफी, गुलाम नबी अशरफी, कारी मुशीर, कारी शाहिद, फर•ान्द वारसी, फहद शाह अशरफी, मुफती इकराम रहे। रहे। अध्यक्षता कारी सखावत हुसैन तथा संचालन शकील अहमद ने किया।
सम्भल। आल इण्डिया उलेमा मशाइख बोर्ड की बैठक जिला कार्यालय पर आयोजित हुई जिसमें वक्ताओं ने शाखा को मजबूत करने पर जोर दिया और आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह बरेली उर्स में अजमेर न जाने का ऐलान हुआ है उससे सुन्नी मुसलमान काफी आहत हुए हैं। हम तमाम खानकाहों और दरगाहों का सम्मान करते हैं लेकिन सुल्ताने हिन्द गरीब नवा•ा के दरबार में कोई जाने से रोके यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस एलान की हम म•ाम्मत करते हैं। बैठक में आने वाले ईद मिलादुन नबी के पर्व पर ज्यादा से ज्यादा आका रसूले पाक सलल्लाहो अलेहि वसल्लम की मौहब्बत में घरों पर झण्डे लगाने एवं चरागाह करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही उलेमा मशाइख बोर्ड संगठन को म•ाबूत बनाने के लिए सदस्यता अभियान चलाकर अर्न्तराष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद अशरफ मियां किछौछवी के हाथो को म•ाबूत कर खानकाहों एवं दरगाहों के दरस को आम करने व पै़गामे मौहब्बत फैलाने का संकल्प लिया। इस मौके पर बैठक में मुख्य अतिथि कारी शुऐब अशरफी, कारी एहसान, जमशेद वारसी, अहमद हुसैन अशरफी, सालिम अशरफी, गुलाम नबी अशरफी, कारी मुशीर, कारी शाहिद, फर•ान्द वारसी, फहद शाह अशरफी, मुफ्ती इकराम रहे। अध्यक्षता कारी सखावत हुसैन तथा संचालन शकील अहमद ने किया।