सफाई आयोग के उपाध्यक्ष ने जानी कर्मचारियों की समस्या

उत्तराखंड के सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष ने मंगलवार को नगर पालिका में पहुंचकर सफाई कर्मचारियों की समस्या सुनीं। कर्मचारियों की समस्या सुनने के बाद उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। इसके बाद वह एक मुहल्ले में पहुंचे। जहां पर उन्होंने लोगों से समस्या जानी। साथ ही बेघर लोगों को प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत आवास दिलाने के निर्देश दिए। ठेका प्रथा भी बंद करने की बात कहीं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 11:19 PM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 11:19 PM (IST)
सफाई आयोग के उपाध्यक्ष ने जानी कर्मचारियों की समस्या
सफाई आयोग के उपाध्यक्ष ने जानी कर्मचारियों की समस्या

चन्दौसी: उत्तराखंड के सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष संतोष गौरव मंगलवार को दोपहर नगर पालिका में पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने सफाई कर्मचारियों की समस्या सुनीं। कर्मचारियों ने बताया कि हमें मात्र सात हजार 500 रुपये मिलते है। उसमें भी एक हजार रुपये ठेकेदार ले लेता है। 900 रुपये पीएफ के नाम पर काट लिए जाते है। उन्होंने बताया कि हमें कोई सुविधा भी नगर पालिका की तरफ से नहीं मिल रही है। यह सुनकर वह भड़क गए।

उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि उत्तराखंड में एक भी सफाई कर्मचारी ठेके पर नहीं है। ठेका प्रथा खत्म होनी चाहिए। साथ ही कर्मचारियों को रुपये पालिका की तरफ खाते में भेजने चाहिए। साथ ही अवकाश दिन के रुपये नहीं कटने चाहिए। अवकाश दिन अगर कर्मचारी काम करते है तो इन्हें अतिरिक्त रुपये दिए जाने चाहिए।

उन्होंने कहा कि मेला उठाने वाली महिलाओं का सर्वे दोबारा से किया जाए। अगर पहले कोई एक परिवार की चार महिलाएं भी मेला उठाती थी तो सभी को योजना का लाभ मिलना चाहिए। इसके बाद उन्होंने मुहल्ला संजय वस्ती में पहुंचकर लोगों की समस्या सुनीं। लोगों के घर उन्होंने देखें तो एसडीएम महेश प्रसाद दीक्षित ने कहा कि जिन लोगों के पास घर नहीं है। उन्हें प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत आवास दीजिए। सफाई कर्मचारी हो वाल्मीकि समाज से

चन्दौसी: उपाध्यक्ष संतोष गौरव ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सफाई का काम वाल्मीकि समाज से ही कराना चाहिए, लेकिन यहां की नगर पालिका ने अन्य लोगों को भी सफाई के काम पर लगा रखा है। 21 फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार से हमारी वार्ता होगी। उस वार्ता के दौरान इस मुद्दे को उठाया जाएगा। जल्द ही सफाई कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली में धरना दिया जाएगा। कहा कि उत्तराखंड से बदतर स्थिति कर्मचारियों की यूपी में है। मैं देश के प्रत्येक राज्य में जाकर कर्मचारियों की समस्या सुन रहा हूं।

लोगों की भीड़ देखकर बुलानी पड़ी पुलिस

चन्दौसी: उपाध्यक्ष संतोष गौरव जब नगर पालिका पहुंचे और इस मामले की जानकारी कर्मचारियों व वाल्मीकि समाज को लगी तो मौके पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई। सूचना पर एसडीएम महेश प्रसाद दीक्षित भी पहुंच गए। उन्होंने भीड़ अधिक देख कोतवाली से पुलिस को मौके पर बुला लिया। लोगों ने उपाध्यक्ष से अपनी समस्या बताई।

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