डीजल ने तोड़ी कमर, महंगाई से आम जन बेहाल

सम्भल पिछले तीन माह से पूरा देश कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है। ऐसे में सभी लोगों क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Jun 2020 11:34 PM (IST) Updated:Wed, 24 Jun 2020 11:34 PM (IST)
डीजल ने तोड़ी कमर, महंगाई से आम जन बेहाल
डीजल ने तोड़ी कमर, महंगाई से आम जन बेहाल

सम्भल: पिछले तीन माह से पूरा देश कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है। ऐसे में सभी लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। लोगों अपने परिवार का पालन पोषण करने में भारी दिक्कतों का सामने करना पड़ रहा है। वहीं पिछले कई दिनों से प्रतिदिन पेट्रोल डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इससे मंहगाई के साथ साथ लोगों की परेशानी बढ़ रही हैं।

आठ जून से पेट्रोल व डीजल के दामों पर प्रतिदिन 40 से 45 पैसे की बढ़ोत्तरी हो रही है। आठ जून से 24 जून तक पेट्रोल पर 5.60 रुपये की बढ़ोत्तरी और डीजल पर 8.7 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। 17 दिनों में इतने रुपये बढ़ने लोग परेशान है। सात जून को पेट्रोल 75.11 रुपये व डीजल 64.11 रुपये था। बुधवार को पेट्रोल 80.71 रुपये व डीजल 72.18 रुपये हो गया है। यानी 17 दिन में पेट्रोल में 5.60 रुपये व डीजल में 8.70 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ रहे डीजल के दाम से ट्रांसपोर्ट कारोबार धीमा है। भाड़ा तो वही है लेकिन डीजल के दाम बढ़ने से खर्चा अधिक हो रही है। पहले बनारस जाने का गाड़ी का किराया 23 से 24 हजार रुपया था। तब गाड़ी का खर्चा 15 से 16 हजार रुपये तक आता था। अब भाड़ा वही लेकिन खर्चा बढ़ गया है अब गाड़ी का खर्चा 18 हजार रुपये आ रहा है। जिससे बहुत परेशानी हो रही है।

ट्रांसपोर्टर बाबू डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट का काम बंद होने की कगार पर है। गाड़ी मालिकों को टैक्स व किश्तों के पैसे निकालने भारी हो रहे हैं। 2016 में बहराइच के लिए 16 हजार रुपये में गाड़ी जाती थी। अब डीजल मंहगा होने पर अब 15 हजार रुपये में भी गाड़ी भेज दे रहे हैं क्योंकि टैक्स जमा करना है। तो अपना लाभ छोड़ रहे हैं।

ट्रांसपोर्टर रगवीर गुलाटी, ट्रांसपोर्टर पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ रहे डीजल-पेट्रोल के दामों से भी लोगों को परेशानी हो रही है। हमारा माल राजस्थान, दिल्ली, हाथरस व कानपुर से आता है। डीजल मंहगा होने से भाड़ा भी बढ़ गया है। हमें माल मंगाने में भी परेशानी हो रही है।

राजीव कुमार, व्यापारी दाम में बढ़ोत्तरी होने से भाड़ा बढ़ेगा। माल मंगाने में खर्चा अधिक आएगा। जिससे लोगों को परेशानी होगी। महंगाई की मार सबसे अधिक आम आदमी पर पड़ेगी। आम आदमी को महंगाई से बचाने के लिए सरकार को डीजल के रेट तुरंत कम करने चाहिए।

यशपाल सिंह त्यागी, व्यापारी कोरोना काल में किसान व मजदूर पहले ही परेशान था। अब डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों ने किसानों को और अधिक मुश्किल में डाल दिया। किसानों को उनकी फसलों के भी रेट नहीं मिल पा रहे है। इस बार मक्का का रेट 1100 रुपये है। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। अगर मंहगाई ऐसे ही बढ़ती रही तो किसानों का खेती से मोहभंग हो जाएगा।

शेरसिंह, किसान एक तरफ कोरोना व दूसरी तरफ लगातार डीजल पेट्रोल के दामों में हुई बढोत्तरी ने किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा कर दिया है। वैसे तो सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के बड़े बड़े वायदे कर रही है, लेकिन लगातार बढ़ रही मंहगाई से सभी वादे नाकाफी साबित होते दिख रहे हैं।

कुंवरपाल, किसान

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