शिव की साधना में गुजरा सोमवार, मंदिरों पर लगी कतार

जेएनएन सम्भल कोरोना के चलते भले ही कांवड यात्रा पर रोक लगा दी हो लेकिन भोले के भक्तों में उत्साह कम नहीं है। सावन के पहले सोमवार को शिव मंदिरों में भोर से ही भक्तों की भीड़ जमा हो गई। आस्था के चलते लोग शारीरिक दूरी का पालन करना भी भूल गए और भारी भीड़ के बीच जलाभिषेक किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 12:56 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 12:56 AM (IST)
शिव की साधना में गुजरा सोमवार, मंदिरों पर लगी कतार
शिव की साधना में गुजरा सोमवार, मंदिरों पर लगी कतार

जेएनएन, सम्भल: कोरोना के चलते भले ही कांवड यात्रा पर रोक लगा दी हो, लेकिन भोले के भक्तों में उत्साह कम नहीं है। सावन के पहले सोमवार को शिव मंदिरों में भोर से ही भक्तों की भीड़ जमा हो गई। आस्था के चलते लोग शारीरिक दूरी का पालन करना भी भूल गए और भारी भीड़ के बीच जलाभिषेक किया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात रहा।

शहर के पक्काबाग स्थित प्राचीन पातालेश्वर महादेव मंदिर, सूर्यकुंड मंदिर सम्भल, फत्तेहपुर भाऊ स्थित शिव मंदिर समेत गली मुहल्लों के शिव मंदिरों पर भोर से ही भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया। कुछ ही देर में लंबी-लंबी लाइन लग गई। लोगों ने अपना नंबर आने के बाद भगवान शिव को जलाभिषेक किया। मंदिरों के पुजारियों ने कहा कि गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक करें। साथ ही शारीरिक दूरी के पालन की अपील की गई। हर-हर महादेव से गूंजे शिवालय

संवाद सहयोगी, बहजोई:

शिव भक्तों ने मनोकामना पूर्ति के लिए भगवान शिव की प्रार्थना कर हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ भगवान शिव को बेलपत्र, भांग- धतूरे, पुष्प, धूप, दीप आदि के साथ जलाभिषेक किया। कोतवाली बहजोई क्षेत्र के गांव सादातवाड़ी क्षेत्र प्राचीन पातालेश्वर शिव मंदिर शिव भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। शिव भक्तों के आगमन को लेकर इस मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया। कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करने के लिए स्वयंसेवक लगाए गए। गत वर्षो की भांति इस बार भी सावन के पहले सोमवार को यहां पर सुबह चार बजे से ही शिव भक्तों की कतारें लगना शुरू हो गईं। मुख्य मंदिर के अलावा यहां के पशुपतिनाथ मंदिर और अन्य छोटे छोटे मंदिरों में भी शिव भक्तों ने पूजा-अर्चना की। सुबह चार बजे से शुरू हुई पूजा अर्चना का दौर दोपहर में थोड़ा हल्का पड़ा और फिर शाम को भीड़ बढ़ने लगी। सुबह आठ बजे शिव भक्तों की मंदिर के बाहर लंबी लंबी कतारें लग गईं। धनारी के जयरामनगर मंदिर में जुटी भीड़

बहजोई: धनारी थाना क्षेत्र के गांव जयरामनगर स्थित शिव मंदिर पर जल अभिषेक के लिए शिव भक्तों की भीड़ उमड़ी। कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए यह भी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई। इस मंदिर में स्थानीय लोगों की अधिक भीड़ रहती है। कोविड नियमों पर आस्था पड़ी भारी

संस, बहजोई: श्री पातालेश्वर शिव मंदिर पर कोविड-19 के नियमों पर शिव भक्तों की आस्था भारी पड़ गई। मंदिर पहुंचे हजारों की संख्या में शिव भक्त जहां शारीरिक दूरी भूल गए। वहीं काफी संख्या में मास्क भी लगाए नजर नहीं आ रहे थे। दो गज की दूरी का पालन भी नहीं किया गया। बावजूद इसके मंदिर परिसर में पहुंचे शिव भक्तों ने हर हर महादेव, जय भोले की जयघोष के बीच शिवलिंग का जलाभिषेक किया। शिवमय नजर आया समूचा चंदौसी, पुजारी रहे सतर्क

संस, चन्दौसी : पहले सोमवार को नगर के शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ा। बम-बम भोले के उद्घोष से पूरी नगरी शिवमय नजर आई। सभी श्रद्धालु मास्क लगा कर मंदिर पहुंचे। मंदिर के पुजारियों ने भीड़ नहीं लगने दी। मंदिर परिसर में शारीरिक दूरी का पालन करके लाइन में खड़े रहे और अपनी बारी आने पर मंदिर में पहुंचकर जलाभिषेक किया। कोतवाली प्रभारी देवेन्द्र कुमार शर्मा पुलिस बल के साथ शिवालयों पर भ्रमण करते रहे। इनसेट-

घरों में हुए भजन कीर्तन

चन्दौसी: शाम को मंदिरों में भजन कीर्तन का आयोजन किया। ढोलक की थाप और भोले भंडारी के भजनों में महिलाए ऐसी डूबीं कि अपनी जगह पर शिव भक्ति में झूमने लगी। इनसेट- ग्रामीण अंचल में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

संवाद सूत्र, मढ़न: असमोली थाना क्षेत्र के गुमसानी गांव स्थित प्राचीन पातालेश्वर शिव मंदिर पर सावन के पहले सोमवार पर भक्तों का तांता लगा रहा। भोले के भक्तो ने जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की। दूसरी तरफ भैंसोड़ा गांव में शिव मंदिर पर ग्रामीणों की लंबी लाइनें देखने को मिली। मंदिर के पुजारी ने लाइन लगाकर भोले भक्तों से जलाभिषेक कराया। असमोली शिव मंदिर, सैदपुर जसकौली शिव मंदिर पर भी जलाभिषेक हुआ।

चन्दौसी : कुढ़फतेहगढ़ क्षेत्र के गांव बेरनी स्थित प्राचीन शिव मंदिर में श्रद्धालु भोर से ही पहुंचने शुरू हो गए। उधर मंदिर प्रबंध कमेटी ने कोरोना महामारी से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर बैरीकेडिग करके मंदिर के अंदर प्रवेश दिया गया। नरौली, कुआखेड़ा, बनियाठेर, कस्बा गांव आदि में भी शिवालयों पर जलाभिषेक किया गया।

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