केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बोले, देवबंद है आतंक की जमीन Saharanpur News

केंद्रीय मत्स्य पालन पशुपालन व डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने देवबंद को आतंक की जमीन बताया है। उन्होंने कहा कि यहां से हाफिज सईद जैसे आतंकवादी निकले हैं।

By Prem BhattEdited By: Publish:Wed, 12 Feb 2020 01:13 PM (IST) Updated:Wed, 12 Feb 2020 01:13 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बोले, देवबंद है आतंक की जमीन Saharanpur News
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सहारनपुर, जेएनएन। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन व डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने देवबंद को आतंक की जमीन बताया। उन्होंने कहा कि यहां से हाफिज सईद जैसे आतंकवादी निकले हैं। दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहा धरना सीएए के खिलाफ नहीं, बल्कि यह खिलाफत आंदोलन है। उन्होंने देश में सख्त जनसंख्या नियंत्रण कानून का समर्थन करते हुए कानून न मानने वालों का मताधिकार खत्म करने की मांग की।

पहले भी दिया था बयान

मंगलवार को गांधी पार्क स्थित जनमंच सभागार में जनसंख्या समाधान फाउंडेशन एवं हिंदू जागरण मंच महानगर के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्र रक्षक सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि वह पहले भी कहते थे कि देवबंद आतंक की नगरी है और आज फिर कह रहे हैं कि देवबंद आतंक की जमीन है।

सीएए नागरिकता देने का कानून

उन्होंने कहा कि सीएए के नाम पर महिलाओं और बच्चों में जहर बोया जा रहा है। सीएए नागरिकता लेने का नहीं, बल्कि देने का कानून है। आजादी के समय धर्म के आधार पर बंटवारा देश के साथ गद्दारी थी। आज यहां मुसलमानों के पास आन, बान और शान के साथ रहने का मौका है। देश में मुसलमानों की आबादी तीन से 30 करोड़ हो गई, यहां तीन लाख नई मस्जिदें बनीं लेकिन हमें कोई चिंता नहीं।

पाक में अल्‍पसंख्‍यकों पर जुल्‍म

इसके पूर्व उन्‍होंने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर आए दिन जुल्म बढ़ रहे है। देश में चल रहे आंदोलन सीएए का विरोध नहीं बल्कि खिलाफत आंदोलन है। भारत में अल्पसंख्यकों को अपने धार्मिक रीति-रिवाज करने की पूरी आजादी है। मंगलवार को यहां गांधी पार्क जनमंच सभागार में राष्ट्र रक्षक सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री ने जोर-शोर से पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं, सिखों व ईसाइयों पर हो रहे अत्याचारों की कड़े शब्दों में निंदा की।

तोड़ा गया सैकड़ों मंदिरों को

उन्होंने कहा कि हिंदू बेटी भारती को शादी के मंडप से उठा लिया जाता है। गुरुद्वारे से भी एक बेटी को उठाया गया था। पाक में बेटियां लुट गई। सैकड़ों मंदिरों को तोड़ा गया। भारत में अल्पसंख्यक पूरी तरह सुरक्षित है। देश के बंटवारे के समय गांधी और नेहरू ने कहा था कि मुसलमानों को कोई तकलीफ न हो, सरकार उनकी देखभाल करेगी।  

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