राणा परिवार ने किया आयोजित किया शाकंभरी में परिवार का परंपरागत कढ़ाई अनुष्ठान

बेहट में सिद्धपीठ श्री शाकंभरी देवी में शारदीय नवरात्र के बाद शुक्रवार को द्वितीय तिथि पर माता श्री शाकंभरी देवी के दरबार में परंपरागत कढ़ाई अनुष्ठान आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 06:29 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 06:29 PM (IST)
राणा परिवार ने किया आयोजित किया शाकंभरी में परिवार का परंपरागत कढ़ाई अनुष्ठान
राणा परिवार ने किया आयोजित किया शाकंभरी में परिवार का परंपरागत कढ़ाई अनुष्ठान

सहारनपुर, जेएनएन। बेहट में सिद्धपीठ श्री शाकंभरी देवी में शारदीय नवरात्र के बाद शुक्रवार को द्वितीय तिथि पर माता श्री शाकंभरी देवी के दरबार में परंपरागत कढ़ाई अनुष्ठान आयोजित किया गया। इस अनुष्ठान सिद्धपीठ व्यवस्थापक राणा परिवार गर्भग्रह में विशेष पूजा अर्चना पर हलवे का भोग लगाता है। इस पूजन की एक घंटे की अवधि में मंदिर के सभी द्वार श्रद्धालुओं के लिए बंद रहते हैं। इस मौके पर माता के भजनों का गुणगान किया गया। साथ ही लोगों से धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी दी गई।

गौरतलब है कि सिद्धपीठ व्यवस्थापक राणा जसमोर परिवार प्रत्येक वर्ष अपनी कुलदेवी माता श्री शाकंभरी देवी पर लगने वाले शारदीय नवरात्र मेले के बाद द्वितीय तिथि को मंदिर के गर्भग्रह में विशेष अनुष्ठान करते हैं, जहां माता के श्रृंगार के बाद समूचा परिवार गर्भग्रह में विशेष पूजा अर्चना करता है। हलवे का प्रसाद तैयार कराया जाता है जिसका पूजा अर्चना के बाद श्रीगणेशजी, माता शाकंभरी, भीमा, भ्रामरी एवं शाताक्षी देवी को भोग लगाया जाता है। लगभग एक घंटे बाद चलने वाले इस अनुष्ठान के समय मुख्य मंदिर के सभी द्वार माता के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं और पूरा परिवार गर्भग्रह में मौजूद रहता है। यह अनुष्ठान मंदिर के प्रधान पुजारी द्वारा संपन्न कराया जाता है।

शुक्रवार को राणा परिवार की अग्रज पूर्व विधायक रानी देवलता के साथ ही उनके ज्येष्ठ पुत्र राणा आदित्य प्रताप सिंह, सानिध्य प्रताप सिंह व आतुल्य प्रताप सिंह सपरिवार अनुष्ठान में यजमान के तौर पर उपस्थित रहे। अनुष्ठान के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।

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