तारिक फतेह के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं का प्रदर्शन
देवबंद : पाकिस्तानी मूल के विवादास्पद लेखक तारिक फतेह को लेकर मुस्लिम समाज में विरोध बढ़ता जा रहा है
देवबंद : पाकिस्तानी मूल के विवादास्पद लेखक तारिक फतेह को लेकर मुस्लिम समाज में विरोध बढ़ता जा रहा है। सोमवार को देवबंद में मुस्लिम समाज की बुर्कानशी महिलाओं और मदरसा छात्राओं ने सड़कों पर उतर आई और तारिक फतेह के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। महामहिम राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर तारिक फतेह को भारत से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग की गई।
सोमवार को बड़ी तादाद में मुस्लिम महिलाएं मोहल्ला अबुल बरकात स्थित लड़कियों के मदरसे माहद ए आयशा सिद्दीका कासिमुल उलूम लिल बनात पर एकत्र हुई, जहां से महिलाएं व मदरसा छात्राएं हाथों में विरोध के नारे लिखी तख्तियां लेकर जुलूस की शक्ल में विभिन्न मार्गो से होती हुई मोहल्ला खानकाह पहुंची। प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना था कि एक टीवी न्यूज चैनल पर चल रहा 'फतेह का फतवा' कार्यक्रम इस्लाम को बदनाम करने की एक सोची समझी साजिश है। जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उक्त कार्यक्रम में तारिक फतेह द्वारा इस्लाम के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी की जा रही है। जिससे दुनिया भर के मुसलमानों में गुस्सा है। महिलाओं ने कहा कि मुसलमान नाम के पीछे छिपे इस्लाम के दुश्मन तारिक फतेह को पाकिस्तान अपने यहां से पहले ही बाहर निकाल चुका है। अब इसे एक षड्यंत्र के तहत ¨हदुस्तान में मेहमान बनाकर रखा जा रहा है, जो कि भारत में रहने वाले प्रत्येक मुसलमान की धार्मिक भावनाओं पर कुठाराघात है। महिलाओं ने तहसीलदार यदुवंश कुमार के माध्यम से राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को चार सूत्रीय ज्ञापन भी प्रेषित किया। इफ्फत, शीबा एजाज, गुलफशां राव, फरहीन, जीनत अबदुस्समद, फरहा, फैजिया, साइमा, सना शाहिद, तैय्यबा, अजरा, जैनब, सदफ, फातिमा, शमा, तरन्नुम, शहजादी, शमीला अजमत, हमनशीं गुफरान, इमराना शाहिद, नगमा, सितारा आदि मुस्लिम महिलाएं शामिल रहीं।
ज्ञापन में यह हैं मांगें
राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को भेजे ज्ञापन में महिलाओं ने तारिक फतेह का वीजा निरस्त करके उसे तुरंत देश से बाहर निकाले जाने, तारिक फतेह के भारत में पुन: प्रवेश को प्रतिबंधित किए जाने, विवादित कार्यक्रम को तत्काल प्रतिबंधित करते हुए इसकी सभी रिकार्डिग जब्त करने, कार्यक्रम प्रसारित करने वाले न्यूज चैनल के अधिकारियों पर देश में नफरत फैलाने वाले कार्यक्रम की रिकार्डिग करने और टीवी चैनल पर प्रसारित करने का मुकदमा कायम किए जाने की मांग की।