शिक्षा व साहित्य से ही उन्नति संभव : नवाज देवबंदी

देवबंद (सहारनपुर) : सामाजिक व साहित्यिक संस्था'नजर द्वारा प्रसिद्ध शायर अल्लामा इकबाल और भारत रत्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 08:56 PM (IST) Updated:Fri, 09 Nov 2018 08:56 PM (IST)
शिक्षा व साहित्य से ही उन्नति संभव : नवाज देवबंदी
शिक्षा व साहित्य से ही उन्नति संभव : नवाज देवबंदी

देवबंद (सहारनपुर) : सामाजिक व साहित्यिक संस्था'नजर द्वारा प्रसिद्ध शायर अल्लामा इकबाल और भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्मदिन उर्दू दिवस और शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में दोनों की अदबी व तालीमी खिदमात का बखान किया गया।

शुक्रवार को मोहल्ला खानकाह स्थित शाह मंजिल में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ शायर व शिक्षाविद् डा. नवाज देवबंदी ने कहा कि वर्तमान में उन्नति की दौड़ में यदि स्वयं को शामिल करना है तो हमें शिक्षा, संस्कार और साहित्य को अपनाना होगा। इसकी शुरूआत हमें अपने घरों से करनी चाहिए। एक अभिभावक और संरक्षक के रूप में हमें अपने बच्चों का भरपूर मार्गदर्शन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जुबान कोई भी हो उसे हमें अपने घरों में ¨जदा करना जरूरी है।

वरिष्ठ लेखक अब्दुल्ला उस्मानी ने कहा कि अल्लामा इकबाल और देश प्रेम शीर्षक पर अपना लेख प्रस्तुत किया। इस दौरान मा. शमीम किरतपुरी, दिलशाद खुशतर, तनवीर अजमल, महताब आजाद और वली वकास ने अपने कलाम पेश किए। इस अवसर पर उर्दू पत्रकारिता और लेखन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अशरफ उस्मानी, रिजवान सलमानी, फिरोज खान, समीर चौधरी, फहीम अख्तर, आरिफ उस्मानी, प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में सलमा परवीन, चांदबीबी, अनवरी और रूमी निकहत को प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। संचालन सैयद वजाहत शाह ने किया। संस्था के संरक्षक डा. शमशाद हुसैन एवं अध्यक्ष नजम उस्मानी ने सभी का शुक्रिया अदा किया। साबिर सिद्दीकी, नौशाद उस्मानी, असद सिद्दीकी, शाह फैसल मसूदी, शाहनवाज उस्मानी, खुर्शीद अहमद, फरहान उस्मानी, शहजाद उस्मानी, इनाया अदीब, नैयर, नौशाद अरशी, नबील मसूदी मौजूद रहे।

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