भोले को परोस रहे छोले भटूरे से लेकर जलेबी, रसमलाई

कांवड़ सेवा शिविरों में खानपान के मैन्यू में चटपटे व्यंजनों के साथ ही अनेक आइटम परोसे जा रहे हैं। शिविरों में खाना परोसने के लिए सेवादार तन-मन से जुटे हैं। भोजन के साथ जलेबी आलू-चाट टिक्की सांभर-डोसा छोले-कुलचे इडली घेवर रसमलाई और आइसक्रीम आदि परोसने की व्यवस्था है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Jul 2019 11:13 PM (IST) Updated:Sat, 27 Jul 2019 06:28 AM (IST)
भोले को परोस रहे छोले भटूरे से लेकर जलेबी, रसमलाई
भोले को परोस रहे छोले भटूरे से लेकर जलेबी, रसमलाई

सहारनपुर, जेएनएन। कांवड़ सेवा शिविरों में खानपान के मैन्यू में चटपटे व्यंजनों के साथ ही अनेक आइटम परोसे जा रहे हैं। शिविरों में खाना परोसने के लिए सेवादार तन-मन से जुटे हैं। भोजन के साथ जलेबी, आलू-चाट, टिक्की, सांभर-डोसा, छोले-कुलचे, इडली, घेवर, रसमलाई और आइसक्रीम आदि परोसने की व्यवस्था है। कई स्थानों पर भक्तजन शिविरों में मिठाई व फल आदि वितरण करा रहे हैं।

शुक्रवार को महानगर में चल रहे कांवड़ सेवा शिविरों में तरह-तरह के व्यंजन बनाए जा रहे थे। शिव शक्ति कांवड़ सेवा शिविर में नाश्ते, दोपहर का भोजन, शाम का नाश्ता और रात के खाने में अनेक व्यंजन हें। हर कांवड़िए को उसका पसंदीदा खाना उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। शिविर संचालक पंकज गर्ग, मुकेश भटनागर, ईश कपूर, हितेश गर्ग आदि ने बताया कि दोपहर व शाम के भोजन में गर्म कचौड़ी के साथ ही छोले-कूलचे, इंडली-सांभर, डोसा, आलू चाट, टिक्की के अलावा जलेबी, रसमलाई, रसगुल्ले आदि परोसे जा रहे हैं। शिविर में पहुंचने वाले कांवड़ियों के लिए चाय व दूध आदि की विशेष व्यवस्था है। नाश्ते में पकौड़ी के अलावा घेवर आदि भी परोसा जा रहा है। गौरव चोपड़ा, पुलकित मोगा, प्रमोद सहगल, नवीन गर्ग आदि सेवा कार्यों में जुटे हैं।

अंबाला रोड पर मां अन्नपूर्णा सेवा समिति द्वारा लगाए गए तृतीय कांवड़ सेवा शिविर के नाश्ते में चाय-दूध, जलेबी, पकौड़ी, ब्रेड पकौड़े और फल आदि है। दोपहर के ºाने में दाल-चावल, पूड़ी, छोले, सब्जी, सलाद, गुलाब जामुन, पूडी, शाम को चाट, गोल-गप्पे सहित पकौड़ी आदि है। रात के खाने में कढ़ी चावला, राजमा, छोले, छोले-चावल, रोटी, पूड़ी, सब्जी, घेवर के साथ ही रसमलाई आदि भी परोसी जा रही है। अमित जैन व अर्चित अग्रवाल ने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों से लोग शिविर में खाना परोसने के लिए पहुंच रहे हैं। खानपान में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सड़क दूधली प्रतिनिधि के अनुसार देहरादून रोड पर एक दर्जन से अधिक शिविरों में सुबह से रात तक भंडारे चल रहे है। दूर-दूर से लोग शिविरों में पहुंचकर भोलों की सेवा कर रहे हैं।

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