भीम आर्मी में रार, चंद्रशेखर को बताया संगठन से बाहर

संगठन में भीम आर्मी संस्थापक का कोई पद नहीं है। दावा किया चंद्रशेखर आजाद राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन व राष्ट्रीय महासचिव कमल वालिया अब संगठन में नहीं हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 Jun 2019 11:50 PM (IST) Updated:Sat, 08 Jun 2019 06:28 AM (IST)
भीम आर्मी में रार, चंद्रशेखर को बताया संगठन से बाहर
भीम आर्मी में रार, चंद्रशेखर को बताया संगठन से बाहर

सहारनपुर, जेएनएन। भीम आर्मी-भारत एकता मिशन में संगठन की कमान को लेकर रार छिड़ गई है। स्वयं को मुख्य ट्रस्टी एवं राष्ट्रीय सचिव बताने वाले विजय कुमार आजाद इस मसले में खुलकर सामने आए और कहा, अब तक मौखिक रूप से नियुक्त पदाधिकारी ही काम कर रहे थे। संगठन में भीम आर्मी संस्थापक का कोई पद नहीं है। दावा किया, चंद्रशेखर आजाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन व राष्ट्रीय महासचिव कमल वालिया अब संगठन में नहीं हैं। यदि उन्हें काम करना है तो नए सिरे से सदस्य बनकर नियमानुसार काम करें।

शुक्रवार को आंबेडकर भवन में मीडिया से वार्ता में विजय कुमार आजाद ने कहा कि संगठन की स्थापना 23 अप्रैल-15 को हुई थी। वह इसके मुख्य ट्रस्टी हैं और सभी अधिकार उनके पास हैं। संगठन का मुख्य उद्देश्य सामाजिक व आर्थिक परिवर्तन करने के साथ समाज पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ संवैधानिक रूप से आंदोलन करना आदि करना है।

कहा कि उन्होंने संगठन में राष्ट्रीय संरक्षक रामप्रकाश बौद्ध, राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार दिवाकर, राष्ट्रीय प्रवक्ता सुखराम आदिवंशी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री अमरेश आनंद, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पद पर रामकुमार गौतम को लिखित रूप में नियुक्त किया है। इनके अलावा कोई राष्ट्रीय पद नही दिया है। विजय कुमार आजाद ने कहा, उन्होंने तानाशाही दिखाकर समाज को धोखा दे रहे लोगों को चेतावनी दी है कि वे युवाओं को बरगलाना बंद करें। इन लोगों के कारण युवाओं पर मुकदमे हो रहे हैं।

कहा, यदि बिना उनकी अनुमति कोई खुद को संगठन का पदाधिकारी लिखता या बताता मिला तो पांच दिन बाद संबंधित के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई एवं 25 लाख रुपये मानहानि का दावा किया जाएगा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी तक हुई घटनाओं के लिए चंद्रशेखर आजाद, विनय रतन, कमल वालिया व मंजीत नौटियाल जिम्मेदार है। आरोप लगाया, ये चारों संगठन की आड़ में राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं। जेल में बंद युवाओं को नहीं छुड़वाया गया जबकि इसके लिए जंतर मंतर पर 70 लाख रुपये एकत्र हुए थे। चंद्रशेखर पर समाज से गद्दारी करने का आरोप लगाते हुए कहा, समाज के लोग भी उन्हें धन देते हैं। इस रकम की रिकवरी कराई जाएगी। इन्होंने कहा..

हमें किसी विजय कुमार आजाद के संबंध में जानकारी नहीं है। हमारी पहचान काम से है। संगठन अपना पूरा काम कर रहा है।

-चंद्रशेखर आजाद भीम आर्मी एक है। इसके संस्थापक चंद्रशेखर आजाद हैं। विजय कुमार आजाद को नहीं जानते। लगाए गए आरोपों की चर्चा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में होगी।

-मंजीत नौटियाल

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