कोरोना संक्रमितों के बीच रह कर भी रहे सुरक्षित

किसी भी क्षेत्र में रहकर जिम्मेदार बनना बेहद मुश्किल होता है लेकिन लॉकडाउन में जरुरतमंदों के लिए हर व्यवस्था मुहैया कराने व प्रवासी मजदूरों को ठहराने सहित घर छुडवाने की चुनौती सामने आई तो एसडीएम सदर अनिल कुमार ने इसे बखूबी निभाया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 10:22 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 10:22 PM (IST)
कोरोना संक्रमितों के बीच रह कर भी रहे सुरक्षित
कोरोना संक्रमितों के बीच रह कर भी रहे सुरक्षित

सहारनपुर जेएनएन। किसी भी क्षेत्र में रहकर जिम्मेदार बनना बेहद मुश्किल होता है, लेकिन लॉकडाउन में जरुरतमंदों के लिए हर व्यवस्था मुहैया कराने व प्रवासी मजदूरों को ठहराने सहित घर छुडवाने की चुनौती सामने आई तो, एसडीएम सदर अनिल कुमार ने इसे बखूबी निभाया। शासन की मंशाओं के अनुरूप काम करते हुए अपने क्षेत्र में खुद की मौजूदगी का हमेशा अहसास कराया। जब लॉकडाउन लागू हुआ तो उनका दफ्तर में बैठना भले ही कम हो गया हो, लेकिन वह फील्ड में डटे रहे। कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में जा-जा कर व्यवस्थाओं का जायजा लेना और कमी होने पर उन्हें पूरा करवाने की पूरी जिम्मेदारी का निर्वहन भी उन्होंने बखूबी किया। इसके बाद जब प्रवासी मजदूरों के लिए ट्रेन व बस सेवा शुरू हुई तो उसकी जिम्मेदारी भी इन्हीं पर आई, क्योंकि रेलवे स्टेशन व बस अड्डा सदर क्षेत्र में आता है। एसडीएम को यह चिता भी सताने लगी कि ऐसे लोगों के लिए उन्होंने जगह-जगह चल रही रसोई की मदद से उनका पेट भी भरवाया। इसके लिए ऐसी जगह भी जाना होता था, जहां कोरोना संक्रमण होने का सबसे ज्यादा खतरा था, लेकिन ऐसे में भी उन्होंने इंसानियत का धर्म निभाने के साथ ही स्वयं व परिवार को कोरोना से बचाया।

दो मीटर की दूरी ने निभाई अहम भूमिका

एसडीएम अनिल कुमार बताते हैं कि खुद को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए उन्होंने हमेशा सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन किया। हमेशा कोशिश की कि वह दूसरे लोगों से कम से कम दो मीटर की दूरी से बात करें। किसी भी वस्तु को छूने के बाद साबुन से हाथ धोए। सैनिटाइजर से ज्यादा साबुन का इस्तेमाल किया। बार-बार गर्म पानी पीया और नींबू का सेवन किया। ड्यूटी के बाद घर पहुंचकर पहने कपड़े गर्म पानी में डुबोने के बाद गर्म पानी से ही स्नान किया। स्नान से पहले बच्चों से दूर रहे। ताजा एवं गर्म पानी का इस्तेमाल किया। पौष्टिक भोजन लिया। उनका कहना है कि सरकार द्वारा गाइडलाइन का पालन करने से कोई भी व्यक्ति खुद को कोरोना संक्रमण से बचा सकता है।

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