बैंक अधिकारी व कर्मचारियों का प्रदर्शन
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर विभिन्न बैंकों के अधिकारी व सैकड़ों कर्मचारियों ने वेतन पुनरीक्षण समझौते की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
सहारनपुर, जेएनएन। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर विभिन्न बैंकों के अधिकारी व सैकड़ों कर्मचारियों ने वेतन पुनरीक्षण समझौते की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
स्टेट बैंक आफ इंडिया रेलवे रोड पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए यूएफबीयू के सह संयोजक संजय शर्मा ने कहा कि वेतन समझौता एक नंवबर 2017 से लंबित है। हमनें अपना मांग पत्र मई 2017 से पहले ही आईबीए को प्रेषित कर दिया था तथा सरकार ने उस समय मंशा जताई थी कि हम वेतन समझौता शीघ्र लागू करेंगे। परंतु बड़े ही शर्म की बात है कि आज दो वर्ष से भी अधिक समय बीत गया है और बैंक कर्मचारियों को बैंक समझौता अभी तक लागू नहीं हो पाया है।
यूपीबीएईयू के अध्यक्ष राजीव कुमार जैन ने बताया कि भारतीय बैंक संघ की अन्नायपूर्ण नीतियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए हमें सभी को अपनी एकता बनाकर तैयार रहना चाहिए। आज का हमारा यह प्रदर्शन सांकेतिक है। इसके पश्चात यूएफबीयू का एक व्यापक विरोध कार्यक्रम लागू किया जाएगा तथा सरकार को भारतीय बैंक संघ के माध्यम से इस बात के लिए मजबूर किया जाएगा कि उचित वेतन पुनरीक्षण समझौते की मांग को तुरंत पूरा किया जाए।
यूपीबीईयू के सचिव प्रदीप गुप्ता ने बताया कि 13 जनवरी 2020 को हमारी अंतिम वार्ता भारतीय बैंक संघ के साथ हुई। जिसमें भारतीय बैंक संघ के अड़ियल रवैये के कारण कोई भी उपयोगी समाधान नहीं निकल पाया। जिस कारण यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के सभी नौ घटकों को सर्वसम्मति से सरकार के खिलाफ हड़ताल का युद्धघोष करना पड़ रहा है। इस संदर्भ में 31 जनवरी व एक फरवरी को दो दिवसीय एवं 11,12 एवं 13 मार्च 2020 को तीन दिवसीय तथा एक अप्रैल 2020 से राष्ट्रव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया गया। प्रदर्शनकारियों में संजीव शर्मा, अजय कर्णवाल, वीर कुमार जैन, राहुल कपिल, ओपी शिवा, शांति स्वरूप अरोड़ा, यशपाल सिंह राठी, राजीव माहेश्वरी, अजय गुप्ता, अशोक कुमार, नीरज रस्तोगी, सुधीर जैन आदि रहे।