नोटबंदी ने उमरा यात्रा पर भी लगाया ब्रेक

देवबंद : पांच सौ और एक हजार के नोट बंद होने के बाद से देशवासी कैश की किल्लत से जूझ रहे हैं। नकदी संक

By Edited By: Publish:Tue, 06 Dec 2016 12:19 AM (IST) Updated:Tue, 06 Dec 2016 12:19 AM (IST)
नोटबंदी ने उमरा यात्रा पर भी लगाया ब्रेक

देवबंद : पांच सौ और एक हजार के नोट बंद होने के बाद से देशवासी कैश की किल्लत से जूझ रहे हैं। नकदी संकट ने धार्मिक क्रियाकलापों पर भी गहरा असर डाला है। उमरा व जियारत करने के लिए मक्का-मदीना (सऊदी अरब) जाने वाले मुस्लिम समाज के लोगों की उमरा यात्रा पर भी नोटबंदी ने ब्रेक लगा दिए हैं। नकदी संकट के चलते उमरा पर जाने वाले लोगों ने या तो अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया है या फिर कैश किल्लत की समस्या से पार पाने के बाद ही उमरा पर जाने का इरादा बनाया है।

लाल मस्जिद निवासी काजी फरहान इलाही ने बताया कि उन्होंने इसी वर्ष हज किया है। फिर से मक्का मदीना का दीदार करने की तड़प के चलते उन्होंने पत्नी के साथ दिसंबर माह में उमरा व जियारत के लिए सऊदी अरब जाने का मन बनाया था। नोटबंदी के चलते उन्हें अपना कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा, क्योंकि बैंक से रुपये निकालना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। दारुल उलूम क्षेत्र में रेस्त्रां व गेस्ट हाउस चलाने वाले अंजार उस्मानी बताते है कि नवंबर माह में उनका भी जियारत के लिए सऊदी अरब जाने का कार्यक्रम था, लेकिन नोटबंदी के बाद बदले हालातों के चलते उन्हें अपनी सऊदी अरब यात्रा स्थगित करनी पड़ी। अगर तैयारी के साथ नोटबंदी का फैसला लिया जाता तो आज उन्हें अपनी उमरा यात्रा रद्द नहीं करनी पड़ती। दीवान मोहल्ले में रहने वाले शहाब नबी सिद्दीकी ने कहा कि दुनिया का हर एक मुसलमान सऊदी अरब जाकर मक्का मदीना का दीदार व हज उमरा का सपना देखता है। लंबे अरसे से उनके दिल में बेतुल्लाह व रोजा-ए-मुबारक का दीदार करने की तमन्ना है। इसलिए ही उन्होंने हाल में पत्नी के साथ उमरा करने का प्रोग्राम बनाया था। नोटबंदी के बाद से बैंकों में कैश नहीं है। घंटों लाइन में लगने के बाद भी कुछ हजार रुपये ही हाथ लग पाते हैं। कैश किल्लत के चलते फिलहाल उन्होंने अपनी उमरा यात्रा स्थगित कर दी है। खादिमुल हुज्जाज (हज सेवक) मौलाना दिलशाद कासमी ने बताया कि नोटबंदी के चलते उमरा करने वाले लोगों के सामने दिक्कतें आ रही हैं। धार्मिक क्रियाकलापों के करने में भी नोटबंदी आड़े आ रही है। सरकार को पूरी तैयारी के साथ नोटबंदी का निर्णय लेना चाहिए था।

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