चिता मनुष्य को जिदा ही जला देती है : पवन

चिता मनुष्य को जिदा ही जला देती है पवन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Jul 2019 10:48 PM (IST) Updated:Tue, 23 Jul 2019 10:48 PM (IST)
चिता मनुष्य को जिदा ही जला देती है : पवन
चिता मनुष्य को जिदा ही जला देती है : पवन

रामपुर : कृष्णा विहार में चल रही शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन मंगलवार को धामपुर से आए कथा व्यास पवन कौशिक जी महाराज ने भगवान शिव के साकार रूप का वर्णन करते हुए उनके श्रृंगार का वर्णन किया। कहा कि शिवजी ने भस्म, त्रिशुल कब धारण किया, किस प्रकार गंगा, चंद्रमा शिवजी की जटाओं में विराजमान हुए। शिवजी ने गले में सर्पों की माला कब धारण की आदि का विस्तार से वर्णन किया।

चिता और चिता के बारे में बताया कि चिता मनुष्य को जिदा जला देती है, जबकि चिता मनुष्य के मरे हुए निरर्थक शरीर को जलाती है। इसलिए मनुष्य को मन की व्यथा को छोड़कर ईश्वर के भजन में लग जाना चाहिए। भजन करने से ही काम, क्रोध, द्वेष और मोह से मुक्ति मिलती है। अंत में आरती की गई, इसके बाद सभी को प्रसाद बांटा गया।

इस मौके पर पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना, अध्यक्ष रामदत्त शर्मा, सत्यप्रकाश सक्सेना, विकास सक्सेना, अतुल मिश्रा, राम मुरारी लाल शर्मा, सीताराम शर्मा, अरविद सक्सेना, निरंजन कश्यप, राधे श्याम यादव, कल्याण सैनी, राधेश्याम दीक्षित, सुभाष सक्सेना, दिनेश कश्यप, पुनीत अ‌र्ग्रवाल, नरेश शर्मा, मयंक यादव, कुशाग्र अ‌र्ग्रवाल आदि मौजूद रहे।

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