अमर ¨सह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को दी तहरीर
राज्यसभा सदस्य अमर ¨सह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए सपा के जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी है।
जागरण संवाददाता, रामपुर : राज्यसभा सदस्य अमर ¨सह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए सपा के जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी है। आरोप है कि अमर ¨सह ने पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ गलत बयानबाजी की और कहा कि अगर वह सामने आ जाते तो मार देते या मर जाते। इस मामले में सपा नेताओं ने पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की और कार्रवाई पर जोर देते हुए आजम खां की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। एसपी ने मामले की जांच एएसपी को सौंप दी है।
सपा जिलाध्यक्ष ने गुरुवार को सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी, जिसमें कहा कि अमर ¨सह ने एक न्यूज चैनल को जो साक्षात्कार दिया है उसमें आजम खां को मारने की बात कही है। अमर ¨सह ने कहा कि था मुझे शर्म आती है कि ¨हदुत्व की सरकार है और योगी जी मुख्यमंत्री हैं। मैंने पत्रकार सम्मेलन किया, योगी जी के पास गया, राज्यपाल के पास गया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। दस दिनों तक प्रतीक्षा की, फिर प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि रामपुर जा रहा हूं। पांच सौ-सात सौ बंदूकें, रायफलें लीं और रामपुर गया। मैं बंदूकें लेकर जीप में चल रहा था और ऐसा लग रहा था कि मैं घोड़े पर हूं और मेरे हाथ में शमसीर है और मैं खुद शमशेर हूं। यकीन करिये आजम खां घर से निकलता तो ¨हसा होती। या तो वह मुझे मारता या मैं उसे मारता।
तहरीर में कहा है कि अमर ¨सह 30 अगस्त को रामपुर आए थे, तब उनके साथ भाजपा नेता आकाश कुमार सक्सेना उर्फ हनी तथा उत्तर प्रदेश नव निर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी भी थे। अमित जानी द्वारा पूर्व में भी आजम खां को जान से मारने की धमकी दी गई थी, जिसका मुकदमा कायम किया जा चुका है। अब वर्तमान में भी अमित जानी द्वारा यू-टूब पर आजम खां को जान से मारने की धमकी का स्वीकारोक्ति कथन अपलोड किया गया है। इन मुल्जिमान द्वारा आजम खां को जान से मारने की धमकी व बंदूकें व रायफल लेकर उन्हें जान से मारने का प्रयास किया गया। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। इसी सिलसिले में उन्होंने पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना से भी मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की।
इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष के साथ विधान परिषद सदस्य घनश्याम ¨सह लोधी, पालिकाध्यक्ष पति अजहर अहमद खां, जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सलीम कासिम, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष लाखन ¨सह, सपा जिला महासचिव वीरेंद्र गोयल, सपा नगराध्यक्ष आसिम राजा, पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रमोद गंगवार, फसाहत अली खां शानू, मसूद गुड्डू, मास्टर जाफर, ओमेंद्र चौहान, मुकर्रम रजा इनायती आदि मौजूद रहे। मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार ¨सह को सौंपी गई है। सपा नेताओं ने उन्हें सीडी भी उपलब्ध कराई है। तथ्यों के आधार पर जांच करने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक रिपोर्ट देंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी। शिवहरि मीना, पुलिस अधीक्षक। आजम के खिलाफ रिपोर्ट करा चुके हैं अमर ¨सह
रामपुर : राज्यसभा सदस्य अमर ¨सह और पूर्व मंत्री आजम खां के बीच लंबे समय से छत्तीस का आंकड़ा है। जब दोनों नेता सपा में थे, तब भी एक दूसरे के विरोधी थे। इनकी सियासी जंग के कारण मुलायम ¨सह ने वर्ष 2009 में आजम खां को पार्टी से निकाल दिया था। बाद में अमर ¨सह को पार्टी से निकाल दिया गया और आजम खां पार्टी में ले लिए गए। इसके बाद एक बार फिर अमर ¨सह, मुलायम ¨सह के करीब आए और सपा के टिकट पर राज्यसभा सदस्य बन गए। इसके बाद भी आजम खां और अमर ¨सह के बीच दूरियां बनी रहीं। सपा मुखिया अखिलेश ने भी अमर ¨सह को किनारे कर दिया। चार माह पहले अमर ¨सह ने आजम खां पर कई आरोप लगाए थे। कहा था कि आजम खां ने एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में उनकी बेटियों पर तेजाब फेंकने की बात कही है। इस मामले में उन्होंने आजम खां के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। अब आजम खां के समर्थक अमर ¨सह के खिलाफ रिपोर्ट की मांग कर रहे हैं।