नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में कलेक्ट्रेट गेट पर किया प्रदर्शन
नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में कलेक्ट्रेट गेट पर किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, रामपुर : तालीम तरबियत वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में कलेक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शन किया। उसके बाद जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। उसमें मुसलमानों के हित में बिल पर रोक लगाने की मांग की है।
समिति के प्रबंधक फैसल खान लाला के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां गेट पर बिल के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान फैसल खान ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल से केवल मुसलमानों को हटाकर सरकार ने यहां की गंगा-जमुनी तहजीब को मिटाने की कोशिश की है। संविधान सबको बराबरी का अधिकार देता है। जबकि यह बिल नागरिकों को बांटने की बात करता है। बांटना देश के संविधान में नहीं है। हमारा संविधान सब धर्मों एवं संस्कृतियों की न सिर्फ रक्षा करता है, बल्कि उनका आदर भी करता है। संविधान में प्रत्येक इंसान को इज्जत से जीने का अधिकार दिया गया है। एकता और समानता ही भारत की पहचान रही है। जिसको नष्ट करने का प्रयास किया गया है। अगर हम चुप रहे तो कल सरकार हर व्यक्ति, संस्था, संस्कृति, जाति और धर्म को भी निशाना बनाएगी। भारत की आत्मा को छलनी करने का प्रयास हमें किसी हाल में सहन नहीं है। कहा कि यह मंसूबा देश से बड़ी तादाद में केवल मुसलमानों को निकालने या उन्हें बेगार कैंप में डालने की साजिश है। कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि रामपुर के सांसद मौहम्मद आजम खान इतने संवेदनशील बिल पेश होने के समय सदन से गैरहाजिर रहे। ज्ञापन में मांग की है कि देश में हिदू-मुस्लिम एकता को बचाने तथा मुसलमानों की रक्षा व सुरक्षा के लिए बिल को रोका जाए। इस दौरान मजार हाफिज साहब के सज्जादानशीं फरहत अहमद जमाली, सौलत पब्लिक लाइब्रेरी के अध्यक्ष सीनशीन आलम मियां, मदरसा शिक्षा यूनियन के अध्यक्ष शहजादे अली अंसारी, तंजीम के उपप्रबंधक सिफत अली खान, पीरबख्श व सिराज जमील खान आदि रहे।