फसल को बर्बाद होते देख किसान हुए परेशान

स्वार : तेज हवा एवं बारिश के चलते धान की फसल गिर गई, जिस पर किसान ¨चता में है और फसल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 10:54 PM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 10:54 PM (IST)
फसल को बर्बाद होते देख किसान हुए परेशान
फसल को बर्बाद होते देख किसान हुए परेशान

स्वार : तेज हवा एवं बारिश के चलते धान की फसल गिर गई, जिस पर किसान ¨चता में है और फसल को बर्बाद होते देख रहे हैं।

सोमवार से हो रही मूसलाधार बारिश एवं तेज हवा के कारण किसानों द्वारा मेहनत से लगाई गई धान की फसल खेत में ही गिर गई।किसानों की धान की फसल पक चुकी है और किसान अपनी मेहनत की फसल को काटने के लिए बेताव हैं, लेकिन बारिश ने किसानों के चेहरे पर ¨चता की लकीरें खींच दी हैं। किसान खेत में गिरी धान की फसल को देख परेशान है और अपनी फसल बर्बाद होते देखने को मजबूर है। अगर यही हाल रहा तो किसानों की धान की फसल पूरी तरह नष्ट हो जाएगी।मूसलाधार बारिश एवं तेज हवा के चलते धान की फसल गिरने के कारण किसानों के सामने संकट पैदा हो गया है। किसान मुआवजा पाने के लिये प्रशासन का मुंह देख रहे हैं।

फोटो : 21

बिलासपुर : थाना भोट क्षेत्र के गांव गुजरैला में कच्चे मकान की छत भरभराकर गिर गई। उधर, केमरी में टीन की छत गिरने से दंपती घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। थाना भोट क्षेत्र के गांव गुजरैला निवासी महेश पाल खेती-किसानी कर परिवार का गुजारा करता है। सोमवार की रात बारिश एवं तेज हवाओं के चलते मकान की छत अचानक भरभराकर गिर गई, जिससे परिजन बाल-बाल बच गए। इस दौरान मलबे में दबकर घर में गेहूं, गैस चूल्हा, चारपाई आदि सामान नष्ट हो गया। उधर, केमरी के मुहल्ला ¨सघाड़ियान निवासी रिफाकत हुसैन एवं उसकी पत्?नी मिस्कीन जहां मकान में सो रहे थे। इस दौरान अचानक टीन की छत गिरने के कारण दंपती घायल हो गए। सूचना पाकर पास पड़ोसी मौके पर एकत्र हो गए। बाद में घायलों को 108 एम्बुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

¨सचाई मंत्री के सामने रखीं किसानों की समस्याएं

टांडा : ¨सचाई बंधु जिला उपाध्यक्ष राजकुमार चौहान ने ¨सचाई मंत्री धर्मपाल ¨सह से मिलकर उनके समक्ष किसानों की समस्याओं का समय पर समाधान न होने की शिकायत रखी। जिला उपाध्यक्ष राजकुमार चौहान ने ¨सचाई मंत्री से कैम्प कार्यालय पर शिकायत रखी कि किसानों की मूलभूत समस्याओं का निस्तारण न होने से सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। ¨सचाई मंत्री ने समस्याओं के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। कहा कि सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अविलम्ब पहुंचाने को अधिकारियों को आदेश दिया है। बताया कि ¨सचाई मंत्री से 515 नलकूपों के स्थान पर दो हजार नलकूपों को ऊर्जीकरण करने के लक्ष्य की मांग की है। उन्होंने लक्ष्य बढ़ाने का आश्वासन दिया है। जासं

खेतों में भरे बारिश के पानी को निकालने में जुटे किसान

मिलक : बेमौसम बारिश के साथ चली तेज हवाओं से खेतों में जो फसल गिर गई है। उसे नुकसान से बचाने के लिए किसान खेतों में भरे पानी को निकालने में जुटे हैं। धमोरा स्थित कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक तीन दिन में साठ एमएम से अधिक बारिश हुई है, जिससे खेतों में पानी भर गया। लेखपालों को नुकसान के आंकलन का आदेश

फोटो : 12 से 16

मिलक : एसडीएम मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बारिश से हुई बर्बाद फसलों के नुकसान का आंकलन करने के लिए हल्का लेखपालों को निर्देश दिया गया है। लेखपाल अपने अपने क्षेत्रों में जाकर खेतों में हुए नुकसान का आंकलन करेंगे। रिपोर्ट बनाकर शासन को प्रेषित कर दी जाएगी। बारिश ने गन्ने की फसल बर्बाद कर दी है। वहीं धानों को भी भारी नुकसान हुआ है। बारिश से गन्ने की फसल गिरने से चौपट हो गई। खेतों में खड़ी धान की फसल जो पककर कटने को तैयार थी, वह जमीन पर बिछ गई। इससे हमें भारी नुकसान को भुगतना पड़ेगा।

माहिद खां। चीनी मिल गन्ना लेने से इन्कार कर देती हैं।हमने कर्जा लेकर खेत में आधा बीघा गन्ने की फसल पैदा की थी। बारिश और हवा से गन्ना खेत में गिर गया। गिरने से गन्ने में कीड़े और बीमारियां लग जाती हैं। चीनी मिल गिरे हुए गन्ने को लेने से इन्कार कर देती है।

झम्मन लाल गंगवार। खेत में कटी हुई फसल, बारिश ने बर्बाद कर दी। धान पकने पर फसल को काटकर सूखने के लिए खेत में रख छोड़ा था। बारिश के कारण काटकर रखी गई फसल भीगकर खराब हो गई। खेत में जो फसल कटने से बची हुई थी, उसे बारिश और हवाओं ने बर्बाद कर दिया।

मुजीब कमाल। उत्पादन में कमी आने से दाम भी कम मिलेगा। किसानों पर एक बार फिर से कुदरत की मार पड़ी है। बेमौसम बारिश से धान की फसल चौपट हो गई। अब धान की पैदावार कम होगी और किसानों की फसल कम दामों में बिकेगी।

अजय बाबू गंगवार।

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