दहेज उत्पीड़न में फंसा पीएसी सिपाही और उसका परिवार
सिविल लाइंस कोतवाली में सिपाही समेत पांच के खिलाफ मुकदमा।
सिविल लाइंस कोतवाली में सिपाही समेत पांच के खिलाफ मुकदमा
जागरण संवाददाता, रामपुर : दहेज उत्पीड़न के आरोप में पीएसी का सिपाही और उसका परिवार फंस गया है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर जवान समेत उसके परिवार के पांच लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया है। महिला ने जवान के भाई पर दुष्कर्म के प्रयास का भी आरोप लगाया है।
मुकदमा सिविल लाइंस कोतवाली की एक महिला ने कराया है। महिला की शादी अक्टूबर 2019 में पीएसी के सिपाही के साथ हुई थी। मायके वालों ने दान-दहेज में उसके पांच लाख रुपये दिए थे। आरोप है कि दहेज से ससुराली खुश नहीं थे। वे कार और एक लाख रुपये की मांग करने लगे। मांग पूरी न होने पर उसके साथ मारपीट करते थे। पति जब भी ड्यूटी से घर आता था तो वह भी दहेज के लिए मारपीट करता था। उसे जबरन मायके भेज देता था। वह अपना घर बचाने को सब कुछ सहती रही। चार सितंबर 2019 को पति ने उसे अजीमनगर थाना क्षेत्र के एक गांव स्थित अपने घर भेज दिया, जहां उसके ससुर रहते थे। ससुर भी उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। सास फोन करके ससुर को उसे मारने के लिए उपाय बताने लगी। इस पर वह पांच अक्टूबर को किसी तरह गांव वाले घर से निकल आई और सिविल लाइंस क्षेत्र वाले घर पर आ गई। वहां अपने कमरे में आकर लेट गई। तब ही देवर कमरे में आ गया। उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगा। विरोध करने पर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। शोर सुनकर अन्य ससुराली आ गए। ससुरालियों ने उसे ही गलत बताते हुए घर से निकाल दिया। वह मायके आ गई। इसके बाद दोनों परिवारों में पंचायत हुई। तब उसे ससुरालियों ने वापस घर में रख लिया। लेकिन, मायके वालों के जाने के बाद उसके साथ फिर मारपीट की। जबरन जहर पिला दिया और कमरे में बंद कर दिया। शोर शराबे पर मुहल्ले के लोगों ने मायके वालों को सूचना दी तो वे आ गए और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। हालत में सुधार होने के बाद महिला ने थाने में शिकायत की। कार्रवाई न होने पर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया। पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम के आदेश पर सिविल लाइंस पुलिस ने महिला के पति समेत ससुर, सास, देवर और ननद के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।