डीजल के दाम बढ़ने से बिगड़ने लगा रसोई का बजट

रामपुर डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी का असर अब रसोई के बजट पर भी पड़ने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 11:42 PM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2020 11:43 PM (IST)
डीजल के दाम बढ़ने से बिगड़ने लगा रसोई का बजट
डीजल के दाम बढ़ने से बिगड़ने लगा रसोई का बजट

जागरण संवाददाता, रामपुर : डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी का असर अब रसोई के बजट पर भी पड़ने लगा है। व्यापारियों का कहना है कि डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में सभी चीजों की ढुलाई का भाड़ा भी बढ़ने लगा है। मालभाड़ा बढ़ने के कारण सभी चीजों के दामों पर भी असर पड़ता है। ऐसे में रसोई में रोजाना प्रयोग में आने वाली खाद्य सामग्री के दामों में भी धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी होनी शुरू हो गई है। दालें, तेल, सब्जी आदि के दाम पहले के मुकाबले कुछ बढ़े हैं। कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन ने अधिकतर लोगों की आर्थिक स्थिति चरमरा दी है। इस पर अब डीजल के दामों में लगातार की जा रही वृद्धि से हर चीज पर महंगाई बढ़ रही है। व्यापारियों का कहना है कि अगर डीजल के दाम शीघ्र कम नहीं हुए तो महंगाई और बढ़ेगी, जिसका सीधा असर गरीबों की रसोई के बजट पर पड़ेगा।

बाजार में पहले अरहर की दाल 80 से 90 रुपये मिल रही थी, जो अब 90 से 100 रुपये मिलने लगी है। इसी प्रकार चने की दाल पहले 65 रुपये अब 70 रुपये, उड़द की काली दाल पहले 100 से 110 अब 110 से 120 रुपये, उड़द पहले 95 रुपये अब 100 रुपये, चना कावली पहले 80 रुपये अब 90 रुपये, चीनी पहले 36 रुपये थी अब 38 रुपये, रिफाइंड पहले 95 रुपये और अब 100 रुपये तक बिक रहा है।

डीजल के दाम पहली बार इतने अधिक बढ़े हैं। ऐसे में माल को मंगाने में ढुलाई पर भी पहले से अधिक खर्च पड़ेगा। इस समय कुछ लोगों पर पुराना स्टॉक है। नए स्टॉक पर दाम बढ़ेंगे।

साद शमसी, व्यापारी। डीजल के दाम बढ़ने से ट्रक आदि से ढुलाई पर पहले से ज्यादा किराया देना पड़ता है। इस बढ़े किराए से हर सामान के दामों में कुछ बढ़ोत्तरी होती है, जिससे महंगाई बढ़ती है।

हारिश शमसी, व्यापारी। खादय पदार्थों की ढुलाई अधिकतर ट्रकों से होती है। डीजल के दाम पहले के मुकाबले काफी बढ़ चुके हैं। ऐसे में ढुलाई के दाम बढ़े हैं। नए स्टॉक आने पर दाम तेजी से बढ़ सकते हैं।

मुकेश गुप्ता, व्यापारी। कोरोना महामारी के चलते आम आदमी की कमर पहले ही टूट चुकी है। इसके बाद अब डीजल के दाम बढ़ने से खाद्य सामग्री के दाम भी बढ़ने लगे हैं। इससे रसोई का बजट गड़बड़ाने लगा है।

शादाब खां, उपभोक्ता। डीजल के दाम पहले कभी इतने नहीं बढ़े, जितने अब बढ़े हैं। इसका असर अब खाने पीने की चीजों पर दिखाई देना शुरू हो गया है। पहले के मुकाबले हर चीज पर दाम बढ़ने शुरू हो गए हैं।

नाजिम खां, उपभोक्ता। खाने-पीने की चीजों पर महंगाई बढ़ने लगी है। महंगाई का कारण दुकानदार डीजल बताते हैं। कहते हैं कि डीजल के दाम बढ़ने से माल ढुलाई बढ़ी है। इससे रसोई के बजट पर असर पड़ेगा।

देवाशीष शर्मा।

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