अपनों पर करम, गैरों पर सितम ढहा रहा बिजली विभाग Rampur news

बिजली विभाग अपनों पर करम गैरों पर सितम की तर्ज पर चल रहा है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 31 Oct 2019 02:53 PM (IST) Updated:Thu, 31 Oct 2019 06:02 PM (IST)
अपनों पर करम, गैरों पर सितम ढहा रहा बिजली विभाग Rampur news
अपनों पर करम, गैरों पर सितम ढहा रहा बिजली विभाग Rampur news

रामपुर: बिजली विभाग अपनों पर करम, गैरों पर सितम की तर्ज पर चल रहा है। सरकारी विभागों पर करोड़ों रुपया बकाया है, लेकिन इनसे विभागीय अफसर बकाया बिल की वसूली नहीं कर पा रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि सभी बड़े बकाएदार हैं। छोटे बकाएदारों के कनेक्शन विभागीय अफसर लगातार काट रहे हैं। नोटिस दिए जा रहे हैं। एफआइआर तक दर्ज कराई जा रही है, लेकिन सरकारी विभागों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। 

बिजली विभाग पर ढाई करोड़ रुपये का बकाया 

इन बकायेदारों में सबसे बड़ा ढाई करोड़ रुपये का बकाया उस विभाग पर है, जो बिल वसूली के लिए कार्रवाई के दौरान विभागीय अधिकारियों के साथ रहता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं पुलिस विभाग की। जब भी बिजली विभाग के अधिकारी बिलों की वसूली को लेकर कार्रवाई के लिए निकलते हैं तो पुलिस उनके साथ होती है। बिल जमा न कर पाने पर छोटे उपभोक्ताओं पर एफआइआर करने वाली पुलिस ही यहां पर सबसे बड़ी बकायेदार है। बिजली विभाग के अनुसार पुलिस डिपार्टमेंट पर ढाई करोड़ रुपये का बकाया है, जिसे बार-बार नोटिस देने के बावजूद जमा नहीं किया जा रहा है। उसके बाद भी आज तक इन बकायेदारों के कनेक्शन नहीं काटे गए हैं।

नाकाम साबित हो रहा बिजली विभाग

करोड़ों रुपये के बकाया बिजली बिल को वसूलने में विभाग पूरी तरह नाकाम सिद्ध हो रहा है। बड़ी बात यह है कि विभाग को वसूली करवाने में सहयोग करने वाले पुलिस विभाग पर ढाई करोड़ रुपये का बकाया है। अधिशासी अभियंता प्रथम भीष्म कुमार के अनुसार लोक निर्माण विभाग पर 40 लाख रुपये बकाया हैं। जिला जजी पर 41 लाख, स्वास्थ्य विभाग पर 4.95 लाख, शिक्षा विभाग पर 56.63 लाख रुपये की राशि बकाया है। इसके अलावा समाज कल्याण विभाग विभाग पर 34.61 लाख रुपये तथा तहसील सदर पर 22.44 लाख रुपये बकाया हैं। इसके साथ ही विकास भवन 1.33 लाख रुपये तथा ट्रेजरी 57 हजार रुपये के बकायेदार हैं। 

इतना बकाया होने पर कनेक्शन काटने के हैं निर्देश

उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन का निर्देश है कि विभाग द्वारा टीम गठित कर दस हजार से ऊपर के बकाएदारों की बिजली काट दी जाए। साथ ही तब तक बिजली का कनेक्शन न जोड़ा जाए जब तक कि पूरा बिल का भुगतान न हो जाए। इसके बावजूद जिले में बिजली विभाग की मेहरबानी इन महकमों पर बनी हुई है।

वसूली के लिए अभियान चलाता है विभाग

वैसे तो बिलों की वसूली के लिए बिजली विभाग आए दिन तमाम अभियान चलाता रहता है। यहां तक कि यदि आम उपभोक्ता का दस हजार तक का भी बिल बकाया हो तो उनके कनेक्शन काटने में जरा भी देर नहीं की जाती। वहीं दूसरी तरफ जिले में 22 सरकारी विभाग ऐसे हैं, जिन पर छह करोड़ रुपये का बिजली बिल बाकी है और नोटिस मिलने के बाद भी ये विभाग इस राशि को जमा करने को तैयार नहीं हैं। इसमें सबसे बड़ी धनराशि पुलिस विभाग पर बकाया है। अब विभागीय अधिकारी पशोपेश में हैं कि क्या किया जाए।

तेजी से किया जा रहा है काम 

अधीक्षण अभियंता संजय कुमार गर्ग ने बताया कि त्योहारों को लेकर काफी वसूली पिछड़ गई है। अब इस पर तेजी से काम किया जाएगा। सबसे पहले बड़े बकाएदार ही टारगेट रहेंगे। नोटिस दिए जा रहे हैं। यदि दिए गए समय तक बिल जमा नहीं किए जाते हैं तो उनके कनेक्शन काट दिए जाएंगे।

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