फेफड़ों की ताकत बढ़ाकर कोरोना को दे रहे हैं मात

इस समस्या से बचना है तो सही मात्रा की जानकारी लें या फिर बाजार में उपलब्ध किसी भी अछी कंपनी का तैयार मिश्रण वाला काढ़ा लें।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 07:35 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 07:35 PM (IST)
फेफड़ों की ताकत बढ़ाकर कोरोना को दे रहे हैं मात
फेफड़ों की ताकत बढ़ाकर कोरोना को दे रहे हैं मात

अभियान - कोरोना को हराना है

जागरण संवाददाता, रामपुर : कोरोना बीमारी का संबंध फेफड़ों से है। यह वायरस नाक और मुंह के जरिए फेफड़ों में पहुंचता है। इसके बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। कई बार मरीज की जान भी चली जाती है। इस बीमारी को ठीक करने के लिए अभी कोई दवा नहीं बनी है। ऐसे में बचाव ही इलाज है। मॉस्क और शारीरिक दूरी के अलावा आयुर्वेदिक दवाओं के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर हम इस बीमारी से बच सकते हैं। आयुर्वेद में ऐसी तमाम औषधियां हैं, जिनके सेवन से हम फेफड़ों की ताकत को बढ़ा सकते हैं। कोरोना काल में काढ़ा भी इसी काम आ रहा है। कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को भी काढ़ा दिया जा रहा है। यहां ज्यादातर मरीज शरीर की इम्युनिटी पावर बढ़ाकर ही ठीक हो चुके हैं। आयुर्वेदाचार्य गुंजन अग्रवाल बताते हैं कि कोरोना से बचाव के लिए सबसे अधिक प्रयोग काढ़े का किया जा रहा है। हर घर में लोग काढ़ा पी रहे हैं। इसमें वे औषधियां हैं, जो घर में आसानी से मिल जाती हैं। जैसे दाल चीनी, तुलसी, सौंठ, काली मिर्च। इनके मिश्रण को गर्म पानी में उबालकर काढ़ा तैयार होता है। लेकिन, लोग यह नहीं जानते हैं कि कौन सी औषधि की कितनी मात्रा मिलानी है। इस अज्ञानता के कारण उनके द्वारा बनाया काढ़ा उनके शरीर की गर्मी को बढ़ाकर नुकसान दे रहा है। मिश्रण की सही मात्रा न होने से बवासीर, खुजली, शरीर पर दाने आदि की समस्या हो सकती है। इस समस्या से बचना है तो सही मात्रा की जानकारी लें या फिर बाजार में उपलब्ध किसी भी अच्छी कंपनी का तैयार मिश्रण वाला काढ़ा लें।

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