आदेश के तो घर का चिराग ही बुझ गया

माता-पिता का इकलौता बेटा था नमन स्वार सड़क हादसे में तीन दोस्तों की मौत से जहां क्षेत्र न

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 11:35 PM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 11:35 PM (IST)
आदेश के तो घर का चिराग ही बुझ गया
आदेश के तो घर का चिराग ही बुझ गया

माता-पिता का इकलौता बेटा था नमन

स्वार : सड़क हादसे में तीन दोस्तों की मौत से जहां क्षेत्र ने लोगों को झकझोर दिया है। इस हादसे ने तीन परिवारों की खुशियां छीन ली। हादसे में मरने वाले नमन की बात करें तो वह अपने घर का इकलौता चिराग था। उसकी मौत से जहां माता-पिता सदमे में हैं, वहीं उसकी दो बहनें दहाड़े मारकर रो रही हैं। मिलने आने वाले रिश्तेदारों से एक ही सवाल करती हैं कि एक ही भाई था, वो भी चला गया। अब किसके माथे पर तिलक करेंगे और किसकी कलाई पर राखी बांधेगी? रोहित और नवयुग के परिवार में भी दुखों का पहाड़ टूटा है। दोनों तहसील में अधिवक्ता रासिद अली गौस के चेम्बर पर मुंशी थे। रोहित लॉ की पढ़ाई भी कर रहा था। वह एलएलबी द्वितीय वर्ष का छात्र था। उसके पिता का खुशीराम का कहना है कि वह अपने बेटे को वकील बनाना चाहते थे। उनकी यह तमन्ना अब पूरी नहीं हो सकेगी। नवयुग अपने माता-पिता की सबसे बड़ी संतान होने के चलते मेहनत से परिवार का पालन पोषण कर रहा था। उसके छोटे भाई को कैंसर है, जबकि दूसरा भाई आठ साल का है। जवान बेटे की मौत से उसके माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों की जुबां पर रहा तीनों की दोस्ती का चर्चा

स्वार : सड़क हादसे में तीन युवकों की मौत पर जहां उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है, वहीं स्थानीय लोग भी इस घटना को लेकर दुखी हैं। जिसने भी उनकी मौत के बारे में सुना, वो सांत्वना देने घर की ओर दौड़ पड़ा। उनके शव जब अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट ले जाने लगे तो हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग इस हादसे की चर्चा करते नजर आए। दरअसल, तीनों युवक आपस में घनिष्ठ दोस्त थे। एक दूसरे पर जान छिड़कते थे। तीनों कहीं भी जाते तो साथ जाते थे। जब तीनों की अर्थी साथ उठी तो लोगों की जुबां पर उनकी दोस्ती का चर्चा खुद ही आ गया।

सड़क किनारे खड़े वाहनों से पहले भी हो चुके हैं हादसे

स्वार : क्षेत्र में सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। दो दिन में ही पांच लोगों की मौत हो गई। गुरुवार सुबह भी स्वार मार्ग पर सड़क किनारे खड़े होकर सवारी का इंतजार कर रहे ममेरे-फुफेरे भाइयों की मौत हुई थी। क्षेत्र में होने वाले हादसों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन गंभीर नहीं है। यहां सड़क किनारे खड़े भारी वाहन पहले भी हादसों का सबब बन चुके हैं। क्षेत्रवासियों द्वारा सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों के संबंध में कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि कभी-कभार पुलिस और प्रशासन द्वारा सख्ती के नाम पर अभियान चला दिया जाता है। तब चेतावनी देकर वाहनों को हटवाकर औपचारिकता पूरी कर दी जाती है। कुछ दिन बाद फिर लोग अपने वाहन सड़क किनारे खड़े करने लगते हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि मार्गो पर वाहन खड़े करने वालों के खिलाफ यदि सख्ती की जाती तो ऐसी स्थिति नहीं आती। कुछ माह पूर्व स्वार-बाजपुर मार्ग स्थित लकड़ी मंडी में सड़क किनारे लकड़ी से भरी ट्रैक्टर ट्राली में पीछे से बाइक घुस गई थी। तब भी हादसे में उत्तराखंड के दो चचेरे तहेरे भाइयों की मौत हो गई थी। वहीं मई 2018 में हजरत डंका शाह बाबा की दरगाह पर ज्यारत करने जा रहे अकीकत मंदो की गाड़ी मार्ग किनारे खडे पेड़ से टकराने पर गांव नरपतनगर निवासी पिता नवी अहमद, बेटे रहमत हुसैन व सद्दाम हुसैन की मौत हुई थी। परिवार के पांच लोग घायल हो गए थे। इलाज कराने आए युवक की सदमे से मौत

स्वार : सड़क हादसे के बाद जब तीनों दोस्तों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया तब वहां पहले से एक युवक सीने में दर्द की शिकायत पर भर्ती हुआ था। तीनों दोस्तों की कुछ देर में ही मौत हो गई और अस्पताल में परिजनों की चीखें गूंजने लगीं। वहां का माहौल देख उपचार करा रहे युवक को गहरा सदमा लगा और उसकी भी मौत हो गई। युवक नगर के मुहल्ला चक स्वार निवासी 35 वर्षीय मोहम्मद रफी था। गुरुवार रात उसके सीने में दर्द होने पर परिजन उसे सीएचसी ले आए थे। उसके परिजनों ने बताया कि दो माह पूर्व बीमारी के चलते रफी की पत्नी की भी मौत हो गई थी। अब वह अपने दो बच्चों का पालन पोषण कर रहा था। पटवाई में सड़क हादसे में डनलप चालक की मौत

रामपुर : पटवाई थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर ट्राली की टक्कर से डनलप चालक की मौत हो गई। हादसा मिलक-सिकरौल मार्ग पर हुआ। पटवाई के जौलपुर गांव का जसवंत ¨सह पुत्र जगत ¨सह बैलगाड़ी में गन्ना लेकर सेंटर पर जा रहा था। रास्ते में ट्रैक्टर ट्राली ने टक्कर मार दी। इससे डनपल पलट गई और वह नीचे दब गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे लोगों की मदद से निकाला। जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना कार्रवाई शव लेकर चले गए। जासं

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