भैया दूज पर बहनों ने भाइयों की दीर्घायु की कामना के साथ किया तिलक

रामपुर : बहन-भाई के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक भैया दूज शुक्रवार को मनाया गया। बहनो

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 10:42 PM (IST) Updated:Fri, 09 Nov 2018 10:42 PM (IST)
भैया दूज पर बहनों ने भाइयों की दीर्घायु की कामना के साथ किया तिलक
भैया दूज पर बहनों ने भाइयों की दीर्घायु की कामना के साथ किया तिलक

रामपुर : बहन-भाई के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक भैया दूज शुक्रवार को मनाया गया। बहनों ने भाइयों की दीर्घायु की कामना के साथ उनके माथे पर तिलक किया और गोला देकर मुंह मीठा कराया। इस दौरान बाजार में मिठाई और गोलों की दुकानों पर लोगों की काफी भीड़ रही।

शहर में बहन-भाई के स्नेह का प्रतीक भैया दूज बड़ी उत्साह के साथ मनाया गया। घरों में सुबह से ही इसको लेकर तैयारियां शुरु हो गईं। घर-घर पकवान बनाए गए। बहनों ने नए वस्त्र पहनकर भाई की दीर्घायु की कामना के साथ रोली और अक्षत से उनके माथे पर तिलक लगाकर गोला दिया और मिठाई खिलाई। इस दौरान भाई ने बहनों को नकदी, उपहार देकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया। जिन बहनों की शादी हो गई। वे भैया दूज पर अपने अपने-अपने मायके गईं और अपने भाइयों का तिलक किया। कई स्थानों पर परंपरा है कि भाई तिलक कराने के लिए अपनी बहन की ससुराल जाते हैं। इस पर भाई अपनी बहन की ससुराल में गए और तिलक कराया। कुछ घरों में गोवर्धन की पूजा होती है। ऐसे घरों में गोवर्धन के सामने खड़े होकर बहनों ने भाई को तिलक किया। भैया दूज के चलते सड़कों पर पूरे दिन चहल-पहल रही। गोले की खरीदारी के लिए पंसारी, और मिठाई की दुकान पर ग्राहकों की पूरे दिन भीड़ रही। सबसे ज्यादा भीड़ मिठाइयों की दुकानों पर रही। मिठाई खरीदने के लिए भीड़ के कारण लोगों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। उधर भैया दूज पर रोडवेज, रेलवे स्टेशन पर सवारियों की काफी भीड़ रही, जिससे यातायात के साधन भी कम पड़ गए। डग्गामार वाहनों में ठूंस-ठूंसकर चालकों ने सवारियां भरीं। ऐसे में डग्गामार वाहनों की खूब चांदी रही। ---------- भैया दूज पर जिला कारागार के बाहर लगी बहनों की भीड़

रामपुर : भैया दूज पर जिला कारागार में बंद भाइयों के तिलक करने के लिए काफी संख्या में बहनें पहुंचीं। इससे जेल के बाहर बहनों की लाइनें लग गईं। जेल प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पहले से ही बेरीके¨डग करा रखी थी। लाइन में काफी देर लगने के बाद बहनों का नंबर आया। बहनों ने अपने भाई की दीर्घायु की कामना के साथ उनके माथे पर तिलक किया और गोला देकर मिठाई खिलाई।

----------

गोले और मिठाई की दुकानों पर उमड़ी भीड़

रामपुर : भैया दूज पर बहनें भाई के माथे पर तिलक करती हैं और उन्हें गोला देने के बाद मिठाई खिलाकर उनका मुंह मीठा कराती हैं। इसके चलते गोले और मिठाई की दुकानों पर ग्राहकों की पूरे दिन भीड़ उमड़ी। भैया दूज पर मिठाई की बिक्री काफी ज्यादा होती है। दुकानदार भी कई दिनों पहले से ही इसकी तैयारियां शुरू कर देते हैं। शहर में सड़क किनारे जगह-जगह स्टॉल लगाकर मिठाई की दुकानें सजीं। मिठाई की दुकानों पर खरीदारी करने के लिए सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ने लगी, जो देर रात तक रही। इसके अलावा पंसारी की दुकानों पर गोला खरीदने को पूरे दिन लोगों की भीड़ लगी रही। भैयादूज पर इस बार गोला 240 से 260 रुपये किलो तक बिका। मगर कुछ स्थानों पर दुकानों पर गोले कम रह गए तो उन्होंने अपने मनमाने रेट पर गोले बेचें। ----------

भैयादूज पर यात्रियों की बढ़ी भीड़, रोडवेज बसें पड़ी कम, यात्री रहे परेशान जागरण संवाददाता, रामपुर : भैयादूज पर रोडवेज की ओर से विशेष इंतजाम किए गए थे, लेकिन जब भीड़ बढ़ी तो बसें कम पड़ गईं, इससे यात्री काफी परेशान रहे। लम्बे रूट पर चलने वाली बसें पहले से ही भरकर आ रही थीं, जिसमें लोगों को चढ़ने तक की जगह नहीं मिल पाई। खाली बस के इंतजार में लोगों को काफी देर इंतजार करना पड़ा। कई बार लोगों को जब बसें नहीं मिलीं तो उन्होंने रेलवे स्टेशन का रुख किया। वहां पर भी ट्रेनें फुल थीं, कई यात्रियों ने अपनी-अपनी ट्रेनें छोड़ दीं। इस पर कुछ लोगों ने डग्गामार वाहनों का सहारा लिया। इसमें चालकों ने सवारियां ठूस-ठूसकर बैठाई, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। भैया दूज के त्योहार के चलते शुक्रवार की सुबह से ही बहनों का अपने भाइयों का तिलक करने के लिए आने-जाने का सिलसिला शुरु हो गया। आसपास के शहर में जाने वाले लोग तो अपनी-अपनी बाइक और निजी वाहनों से चले गए। मगर अधिकतर लोगों ने आवागमन के लिए सार्वजनिक यातायात का सहारा लिया, जिसके कारण शहर में सवारी वाहन कम पड़ गए। रोडवेज, रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ लग गई। हालांकि रोडवेज ने भैया दूज पर पहले से ही काफी इंतजाम किए थे। अधिकारियों ने रोडवेज चालक और परिचालकों को निर्देश दिए थे कि जिस रूट पर जाने वाले यात्री ज्यादा हों उस रूट पर बस ले जाई जाए, जिससे यात्री परेशान न हों, ऐसे में लंबे रूट पर जाने वाले कुछ यात्रियों को रोडवेज बस स्टैंड पर काफी देर इंतजार करना पड़ा। दूसरे डिपो से आने वाली बसें भी पहले से ही पूरी तरह भरी थीं, जिनमें यात्रियों को पैर रखने तक की जगह नहीं मिल पा रही थी। रोडवेज बस स्टैंड के अलावा मालगोदाम तिराहा, सिविल लाइंस थाने के पास, रेलवे स्टेशन के सामने आदि स्थानों पर यात्रियों की भीड़ काफी देर तक बसों का इंतजार करती रही। इसके अलावा ट्रेनें भी भरी हुई आ रहीं थीं। ऐसे में कुछ यात्रियों को अपनी ट्रेनें तक छोड़नी पड़ गईं। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ऐसे में कुछ लोग परेशान होकर सड़कों पर पहुंचे और उन्हें जो सवारी वाहन मिला उसमें सवार हो गए। एआरएम एसके नागर ने बताया रोडवेज डिपो की ओर से 40 बसें चलाई गईं थीं। भैया दूज के हिसाब से ज्यादातर बसें लोकल रूट पर चलाई गईं। दोपहर तक यात्रियों की संख्या काफी कम थी, मगर दोपहर बाद भैया दूज का शुभ मुहुर्त होने के कारण ज्यादातर यात्री दोपहर में पहुंचे। इससे यात्रियों के दवाब ज्यादा होने पर बसें कम पड़ गईं। काफी संख्या में यात्री बाहर खड़े थे। ऐसे में बाहर ही बसें लगवाकर यात्रियों को बैठाया गया। यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए अपने स्तर से पूरा प्रयास किया गया। मुरादाबाद जाने के लिए रोडवेज बस का काफी देर से इंतजार कर रहे हैं, ज्यादातर बसें भरी आ रही हैं, इनमें चढ़ने तक की जगह नहीं है।

गुड्डी। भैया दूज पर लोगों की भीड़ काफी है। बस का काफी देर से इंतजार कर रहे हैं, भीड़ के कारण कोई बस आती है तो वह पहले से ही भरी होती है।

शिवानी। बरेली साइड जाने के लिए ट्रेन में रिजर्वेशन करा रखा था, भीड़ के कारण ट्रेन में नहीं चढ़ पाए ट्रेन छूट गई, अब दूसरी ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं।

मंजू। काफी देर से बस का इंतजार कर रहे हैं, मगर सभी बसें भरकर आ रही हैं, चढ़ने तक की जगह नहीं है ऐसे में अब डग्गामार वाहन का ही सहारा लेना पड़ेगा।

रूचि।

----------

डग्गामार वाहनों में भी रही भीड़

रामपुर : सवारी वाहनों की किल्लत के कारण भैया दूज पर डग्गामार वाहनों की चांदी रही। वाहन चालकों द्वारा ठूंस ठूंस कर सवारियां भरी गईं। इससे यात्रियों को काफी दिक्कत हुईं।

भैया दूज पर रोडवेज, रेलवे स्टेशन के सामने, सिविल लाइंस थाने के पास हाईवे पर यात्रियों की काफी भीड़ रही। बसों के इंतजार में जगह-जगह सवारियां खड़ी थीं। काफी देर तक बसों में जब बहनों को जगह नहीं मिली तो उन्होंने डग्गामार वाहनों का सहारा लिया। ऐसे में जिसे जो सवारी मिली वह उसमें सवार होकर गंतव्य को चला गया। बहनों ने टैंपों, ऑटो, मैजिक आदि वाहनों के सहारे अपना सफर तय किया। दिल्ली-लखनऊ हाइवे, केमरी रोड, शाहबाद रोड, नैनीताल हाइवे, आदि स्थानों पर खूब डग्गामार वाहन चले। डग्गामार वाहनों में भी काफी लोगों ने सफर किया।

chat bot
आपका साथी