वन माफिया ने काट डाले पांच सौ प्रतिबंधित हरे पेड़

सलोन (रायबरेली) प्रतिबंधित हरे पेड़ों की कटान का बड़ा मामला मंगलवार को पकड़ा गया। लगभग

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 11:47 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 06:06 AM (IST)
वन माफिया ने काट डाले पांच सौ प्रतिबंधित हरे पेड़
वन माफिया ने काट डाले पांच सौ प्रतिबंधित हरे पेड़

सलोन (रायबरेली): प्रतिबंधित हरे पेड़ों की कटान का बड़ा मामला मंगलवार को पकड़ा गया। लगभग 500 पेड़ों की लकड़ी जब्त कर ली गई। नौ लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ वन सरंक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

सलोन क्षेत्राधिकारी कार्यालय के सामने खाली पड़े स्थान पर उक्त लकड़ी डंप की ई थी। सीओ विनीत सिंह ने अपने कार्यालय के सामने ही लकड़ी की भारी खेप देखी। पूरी जानकारी करने के बाद मंगलवार की दोपहर में छापा मारा तो पता चला कि वहां रखी अधिकांश लकड़ी प्रतिबंधित हरे पेड़ों शीशम, सागौन आदि की है। जिन्हें काटने के लिए परमिशन भी नहीं ली गई। जिस पर उन्होंने तुरंत मुकदमा दर्ज करने के निर्देश कोतवाल बृज किशोर को दिए। मौके से एक हाइड्रा, ट्रक, ट्रैक्टर-ट्रॉली, ऑटोमेटिक लकड़ी काटने की मशीन व अन्य उपकरण भी बरामद किए गए। इसकी सूचना वन विभाग को मिली तो वन अधिकारी भी जांच करने पहुंच गए और लकड़ी की तौल शुरू करा दी। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि बड़े पैमाने पर हरे पेड़ों की कटान चल रही है। वही लकड़ी कार्यालय के सामने खाली पड़े स्थान पर डंप की जा रही थी। सूचना मिलने पर छापेमारी की गई तो लगभग हजारों क्विटल लकड़ी पकड़ी गई है। लकड़ी के ठेकेदार बड़ी गाड़ियों में लोडिग करके इसे दूसरे जनपदों में सप्लाई करते थे। ये अवैध काम लंबे अरसे से चल रहा है, ऐसी जानकारी भी मिली है। आगे भी ये अभियान चलता रहेगा। किसी भी लकड़ी माफिया को बख्शा नहीं जाएगा।

कोतवाली से सेटिग-गेटिग

पुलिस अफसर के ऑफिस के सामने भारी मात्रा में हरे पेड़ों की लकड़ी मिलने के बाद वन माफियाओं की पुलिस से सेटिग-गेटिग उजागर हो गई है। पूर्व में लकड़ी कटान और गोकशी की शिकायतों पर सीओ ने दो होमगार्डों के खिलाफ पत्राचार किया था। जिन्हें सलोन से कार्यमुक्त कर दिया गया। उनके जाने के बाद भी अवैध तरीके से पेड़ों की कटान जारी है। जिस पर कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया है।

कोट

प्रतिबंधित पेड़ों की अवैध तरीके से कटान की बात सामने आई। विभाग की ओर से ऐसे लकड़ी ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा। किसी भी सूरत में हरियाली पर आरा नहीं चलने दिया जाएगा।

-तुलसीराम शर्मा, प्रभागीय वनाधिकारी

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