मतरमपुर प्रधानाध्यापक पर गिरी गाज, निलंबित
रायबरेली प्राथमिक विद्यालय मतरमपुर के अतिरिक्त कक्ष निर्माण प्रकरण में बीएसए ने सख्त कदम उठ
रायबरेली : प्राथमिक विद्यालय मतरमपुर के अतिरिक्त कक्ष निर्माण प्रकरण में बीएसए ने सख्त कदम उठाते हुए प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है। वहीं जेई से गुणवत्ता की जांच कराने के लिए आरईएस एक्सईएन को पत्र लिखा है। इस कार्रवाई के बाद अफसरों ने राहत की सांस ली है।
रोहनियां ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय में अतिरिक्त कक्ष निर्माण में चौथी दीवार नहीं बनाने का खुलासा जागरण ने 16 जून के अंक में किया था। इसके बाद संबंधित द्वारा रातोरात चौथी दीवार बनाकर प्लास्टर तक कर दिया। 'जागरण' ने इंपैक्ट के रूप में 'जब नौकरी पर लटकी तलवार तो में बनी 'दीवार' शीर्षक से 19 जून के अंक में प्रकाशित किया। विभाग की किरकिरी होने पर आनन-फानन जांच कमेटी बनाई गई। इसमें उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक अमरजीत भारती को निलंबित कर दिया गया। निलंबित शिक्षक ने हलफनामा लिखकर कार्रवाई को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया। साथ ही खुद को निर्दोष बताया। 19 सितंबर के अंक में 'दीवार' पर मिली सजा, गुरुजी ने ताना हलफनामा शीर्षक से खबर प्रकाशित किया। जागरण की लगातार चलाई गई मुहिम के बाद दोनों स्कूलों के शिक्षकों को तलब किया। साथ ही बयान दर्ज करने के बाद प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय रमेशचंद्र शुक्ला को निलंबित कर दिया गया है।
निलंबित शिक्षक ही निर्माण प्रभारी
बीएसए का दावा है कि निर्माण प्रभारी कोई और नहीं निलंबित शिक्षक अमरजीत भारती ही है। दस्तावेजों की पड़ताल में सामने आया है। एसएमसी अध्यक्ष ने निर्माण प्रभारी में इनका नाम लिखा है।
कोट
विभाग की छवि धूमिल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिक्षक द्वारा दिया गया शपथ पत्र झूठा निकला है। बीईओ के साथ ही आरईएस के जेई से भी गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी।
-पीएन सिंह, बीएसए