दोस्तों ने ही की थी शुभम की हत्या

रायबरेली : ऊंचाहार क्षेत्र में गला घोटने के बाद युवक का शव आग के हवाले करने की वारद

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Mar 2018 12:12 AM (IST) Updated:Wed, 28 Mar 2018 12:12 AM (IST)
दोस्तों ने ही की थी शुभम की हत्या
दोस्तों ने ही की थी शुभम की हत्या

रायबरेली : ऊंचाहार क्षेत्र में गला घोटने के बाद युवक का शव आग के हवाले करने की वारदात का मंगलवार को पुलिस ने राजफाश कर दिया। पुलिस ने युवक के ही चार साथियों को हत्या का आरोपित बताते हुए इनमें से दो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शेष दो की तलाश जारी है। अवैध संबंधों और रुपयों की लालच में हत्या किए जाने की बात सामने आई है।

पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना ने अपने कार्यालय के किरन हॉल में मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि पांच लाख रुपये हासिल करने के लिए शुभम के साथियों सौरभ पांडेय निवासी भिखनापुर, दुर्गेश उर्फ योगेश कुमार व अंतिम उर्फ अंकित कुमार निवासी पतौना और दारा यादव ने मिलकर साजिश रची। 21 मार्च की शाम शुभम को उसके चारों दोस्तों ने उमरन बाजार बुलाया। उसको कार में बैठा लिया गया। फिर सब लोग ऊंचाहार आए। यहां सभी ने शराब पी। नगर में एक स्थान पर शुभम की बाइक को लावारिस छोड़ दिया गया। फिर पहले से तय साजिश के तहत कार में मोबाइल चार्जर के तार से शुभम का गला घोट दिया गया। पहचान मिटाने के लिए शुभम का शव पर्वत का पुरवा मोड़ के पास झाड़ियों में फेंककर वहां आग लगा दी गई। हत्यारोपितों ने इसके बाद शुभम की मां और पिता को फोन करके पांच लाख की फिरौती मांगी। शुरुआती तहकीकात में फिरौती के लिए अपहरण और हत्या की बात सामने आ गई थी। दो आरोपित गिरफ्तार

पुलिस ने सौरभ और दुर्गेश को कोतवाली क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर लिया। वारदात में शामिल अंतिम और दारा यादव अभी फरार हैं। सौरभ के ऊपर पहले से ही लूट और चोरी के मुकदमे दर्ज हैं। इसके पास से हत्या में इस्तेमाल कार, शुभम की बाइक की टूटी नंबर प्लेट, शुभम का आधार कार्ड और मोबाइल चार्जर का एडाप्टर बरामद किया गया है। हत्या की वजह पर उठ रहे सवाल

वारदात के दिन से ही इस बात कि चर्चा थी कि मामला आशनाई का है। हत्या के पीछे जो कारण पुलिस अब बता रही है, उसको लेकर सवाल भी उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि फिरौती के लिए शुभम की हत्या की गयी होती तो उसकी मां ने यह बात पुलिस को क्यों नहीं बतायी। यही नहीं, शुभम के गायब होने के बाद उसके मोबाइल फोन से ही उसकी मां से पांच लाख रुपये मांगे जा रहे थे, ऐसा पुलिस का कहना है। हत्या की वजहों में रुपयों की लालच के अलावा अवैध संबंधों की बात भी सामने आ रही है। ऐसी हुई थी वारदात

क्षेत्र के मवई गांव निवासी युवक शुभम (24) का शव 21 मार्च की रात लखनऊ-इलाहाबाद राजमार्ग पर पर्वत का पुरवा मोड़ के पास झाड़ियो में अधजली अवस्था में मिला था। शुभम के गले में तार लिपटा हुआ था। स्थानीय लोगों ने झाड़ियों में आग लगी देखी तो मौके पर जाकर पड़ताल की। झाड़ियों में अधजली लाश देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने रात में ही शव कब्जे में ले लिया। वहीं, शुभम की बाइक भी बस स्टेशन के निकट लावारिस हालत में पुलिस को मिली। 22 मार्च की सुबह शुभम के परिवारीजनों ने शव की शिनाख्त की। इस मामले में पुलिस ने हत्या और साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज किया था। कल्पना हत्याकांड की आयी याद

ऊंचाहार : शुभम हत्याकांड का खुलासा होने के बाद एक साल पहले हुई कल्पना हत्याकांड की चर्चा भी क्षेत्र में ताजा हो गई है। 1 मई 2017 की शाम क्षेत्र के गांव नजनपुर में अपने घर के बाहर सो रही दलित महिला कल्पना की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। इस हत्याकांड को 11 माह हो गए लेकिन हत्यारों का सुराग नहीं लग सका। हत्याकांड को लेकर शुरू में दो लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में उनको छोड़ दिया गया।

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