किठावां के प्रधान और सेक्रेटरी पर एफआइआर के निर्देश

जागरण, रायबरेली : स्वच्छ भारत मिशन के लाभार्थियों से धनराशि वसूल कर खुद शौचालयों का घटि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 11:34 AM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 11:34 AM (IST)
किठावां के प्रधान और सेक्रेटरी पर एफआइआर के निर्देश
किठावां के प्रधान और सेक्रेटरी पर एफआइआर के निर्देश

जागरण, रायबरेली : स्वच्छ भारत मिशन के लाभार्थियों से धनराशि वसूल कर खुद शौचालयों का घटिया निर्माण कराने वाले प्रधान और सेक्रेटरी पर कार्रवाई तय हो गई है। जिलाधिकारी ने जिला पंचायती राज अधिकारी को मामले में एफआइआर दर्ज कराने के आदेश भी दे दिए हैं। इसके अलावा दोनों को विभाग की ओर से नोटिस भी जारी की जाएगी।

सलोन ब्लॉक क्षेत्र के किठावां गांव में शौचालय निर्माण के नाम पर सरकारी धन का बंदरबाट हो रहा था। शासन का निर्देश है कि लाभार्थी खुद अपने शौचालय बनवाएंगे। इसमें पारदर्शिता लाने के लिए ही सरकारी धन लाभार्थियों के खाते में भेजा जाता है। मगर, यहां के ग्राम प्रधान लाभार्थियों से धनराशि वसूल कर खुद शौचालय बनवा रहे थे। इनके बनवाए शौचालयों की गुणवत्ता भी निम्नस्तरीय थी। न तो मसाले में सीमेंट और मौरंग की मात्रा ठीक थी और न ही ईटें सही लगाई जा रहीं थीं। दरवाजे भी घटिया क्वालिटी के लगाए जा रहे थे। जिलाधिकारी और सीडीओ के निर्देश पर पहले परियोजना निदेशक और फिर जिला पंचायती राज अधिकारी उपेंद्र राज ¨सह ने गांव जाकर पड़ताल की थी। इसमें पोल खुल गई। ..तो दब जाता मामला

सिर्फ किठावां ही नहीं। इसी तरह अन्य कई गांवों में भी ग्राम प्रधान व उनके रिश्तेदार ठेके पर गुणवत्ता विहीन शौचालय बनवा रहे हैं। गांवों में स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर सिर्फ जेबें भरी जा रही हैं। कई जगह ऐसे मामले पकड़े भी गए थे। मगर, हर जगह प्रकरण को अफसरों ने ले-देकर रफा-दफा कर दिया। यह मामला भी दबा ही रहता, अगर, क्षेत्रीय विधायक दल बहादुर कोरी आगे न आते। विधायक द्वारा प्रकरण को उठाने के बाद ही अफसरों ने तेजी दिखाई। एडीओ को दिए गए निर्देश : डीपीआरओ

सलोन की ग्राम पंचायत किठावां में शौचालय निर्माण में धांधली सामने आई है। लाभार्थियों ने प्रधान द्वारा योजना के तहत मिली धनराशि वापस लेकर खुद शौचालय बनवाने के बयान दिए हैं। बनवाए जा रहे शौचालयों की गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं है। एडीओ पंचायत को सेक्रेटरी और प्रधान पर केस दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं।

-उपेंद्र राज ¨सह, डीपीआरओ

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