राह चलते महिला का बैग छीन बदमाश फरार
रायबरेली : शहर कोतवाली क्षेत्र में घंटाघर के निकट शुक्रवार सुबह बाइक सवार बदमाश रि
रायबरेली : शहर कोतवाली क्षेत्र में घंटाघर के निकट शुक्रवार सुबह बाइक सवार बदमाश रिक्शे से जा रही महिला का बैग ले उड़े। पुलिस देर शाम तक लुटेरों का सुराग नहीं लगा सकी। शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज लेकर बदमाशों की खोजबीन की जा रही है। सर्विलांस व स्वाट टीम को भी वारदात के खुलासे के लिए लगाया गया है।
शहर के इंदिरा नगर निवासी आशुतोष मिश्र उत्तराखंड के खटीमा जनपद में नौकरी करते हैं। उनकी पत्नी व बच्चे भी वहीं साथ रहते हैं। आशुतोष रायबरेली शहर के इंदिरा नगर मोहल्ले के मूल निवासी हैं। कुछ दिन पहले उनकी एक रिश्तेदार की तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हीं का हाल जानने आशुतोष की पत्नी प्रीती व बच्चे अक्षत, अक्षय यहां आए थे। शुक्रवार सुबह उत्तराखंड जाने के लिए प्रीती बच्चों के साथ रिक्शे से रेलवे स्टेशन जा रही थी। राम कृपाल चौराहे से बुक मार्केट होते हुए स्टेशन जाने के लिए रिक्शा मुड़ा। तभी पीछे से आए बाइक सवार बदमाश प्रीती का बैग छीनकर भागने लगे। प्रीती और उनके बच्चों ने बदमाशों का पीछा किया, लेकिन बदमाश फरार हो गए।
बैग में सोने की चेन, अंगूठी, 18 हजार नगदी समेत कई आवश्यक दस्तावेज रखे थे। सूचना देने पर शहर पुलिस मौके पर पहुंची। वारदात के वक्त ज्यादा लोग सड़क पर नहीं थे। महिला से तहरीर लेकर छिनैती का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। शहर कोतवाल एके ¨सह परिहार ने बताया कि तहकीकात की जा रही है। जल्द ही वारदात का खुलासा करने का प्रयास किया जा रहा है। पहले चेन स्ने¨चग, अब बैग छीना
एक पखवारे के भीतर पहले चेन स्ने¨चग और फिर बैग छिनैती की वारदात से पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। लंबे समय बाद बाइक सवार बदमाश एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। इंदिरा नगर चौकी के निकट तो बदमाशों से महिला की छीना झपटी भी हुई। वहीं, बेलीगंज में भी प्रीती ने बदमाशों का पीछा किया। शहर में राह चलते बढ़ती वारदातों से आमजन भी सहमा हुआ है। प्रभु टाउन में भटकते रहे बदमाश
राम कृपाल चौराहे के निकट वारदात करने के बाद बाइक सवार दोनों बदमाश प्रभु टाउन की ओर भागे। शहर के बारे में ठीक जानकारी न होने के चलते वे प्रभु टाउन में ही भटकते रहे फिर रेलवे स्टेशन की ओर से निकल गए। शहर में कई स्थानों से जुटाए गए सीसीटीवी फुटेज से ये बात सामने आयी है। ये भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि लुटेरे गैर जनपद के होंगे क्योंकि अगर वे स्थानीय होते तो चेहरे पर नकाब बांधे होते।