अलविदा जुमा पर घरों में अदा की गई नमाज, मस्जिदों पर रहा सख्त पहरा

रमजान मुबारक महीने के आखिरी जुमा (अलविदा जुमा) पर लाकडाउन के चलते रोजेदारों ने सादगी के साथ मस्जिदों व घरों में नमाज अदा की। कोरोना संक्रमण के तहत सभी मस्जिदों में पांच रोजेदारों द्वारा जुमे की नमाज अदा की गई। इस दौरान अधिकांश मस्जिदें सूनी रहीं। हर घर में बच्चे बूढे़ जवान और घर की औरतों ने कुरआन-पाक की तिलावत कर जोहर की नमाज अदा की। इस दौरान अल्लाह से कोरोना महामारी से सबकी हिफाजत के लिये दुआएं की गईं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 10:35 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 10:35 PM (IST)
अलविदा जुमा पर घरों में अदा की गई नमाज, मस्जिदों पर रहा सख्त पहरा
अलविदा जुमा पर घरों में अदा की गई नमाज, मस्जिदों पर रहा सख्त पहरा

संवादसूत्र, प्रतापगढ़ : रमजान मुबारक महीने के आखिरी जुमा (अलविदा जुमा) पर लाकडाउन के चलते रोजेदारों ने सादगी के साथ मस्जिदों व घरों में नमाज अदा की। कोरोना संक्रमण के तहत सभी मस्जिदों में पांच रोजेदारों द्वारा जुमे की नमाज अदा की गई। इस दौरान अधिकांश मस्जिदें सूनी रहीं। हर घर में बच्चे, बूढे़, जवान और घर की औरतों ने कुरआन-पाक की तिलावत कर जोहर की नमाज अदा की। इस दौरान अल्लाह से कोरोना महामारी से सबकी हिफाजत के लिये दुआएं की गईं।

इस वक्त रमजान का पाक महीना चल रहा है। रमजान के आखिरी जुमा (अलविदा जुमा) पर इस बार लाकडाउन की वजह से मस्जिदों में पांच आदमी के साथ सादगी के साथ जुमा की नमाज अदा की गई। मस्जिद प्रबंधकों ने दोपहर 12 बजे से ही मस्जिदों में अंदर से ताला लगा दिया। इसके बाद बारी-बारी से पांच-पांच लोगों को नमाज अदा करने का मौका दिया गया। नगर के बेगम वार्ड, बलीपुर, भैरोपुर, आजाद नगर, सदर बाजार, पुलिस लाइन, भुलियापुर, भगवा चुंगी, चैक जामा मस्जिद सहित कई मस्जिदों में जुमे की नमाज सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए रोजेदारों ने नमाज अदा की। जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना रईस अहमद ने जुमे की तकरीर में कहा कि रमजान अल्लाह तआला का महीना है। शाबान के महीने में ही कुरान पाक नाजिल हुआ। पैगंबर साहब ने फरमाया कि अल्लाह तआला फरमाता है कि इस माह में अमल बढ़ा दिया जाता है। एक नेकी की दस नेकियां लिखी जाती है। आसुपर देवसरा प्रतिनिधि के अनुसार पट्टी नगर के जामा मस्जिद, कुम्हिया स्जिद, दरवेश मस्जिद, कदीमी मस्जिद वा चांद तारा मस्जिद सहित नगर के आसपास के बाजारों में भी मस्जिदों में केवल पांच लोगों ने ही अलविदा की नमाज अदा की। अन्य लोगों ने घरों पर रहकर ही नमाज पढ़ी।

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अंचल में भी मस्जिदों के बाहर सतर्क रही पुलिस

संसू रानीगंज/ सुवंसा : माहे रमजान के अंतिम जुमा पर मस्जिदों में नमाज अदा करने के दौरान अंचल में भी पुलिस सतर्क रही। सीओ डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी ने भ्रमण कर शांति व्यवस्था का जायजा लिया। रानीगंज थाना क्षेत्र के दुर्गागंज, शाहपुर, बुढ़ौरा सहित मस्जिदों के बाहर पुलिस तैनात रही। रानीगंज थानाध्यक्ष पवन त्रिवेदी ने दल बल के साथ मस्जिदों का जायजा लिया। फतनपुर थाना क्षेत्र में रामापुर, सुवंसा, नईकोट, बैरमपुर, बीरापुर जगनीपुर सहित 21 छोटी बड़ी मस्जिदों में नमाज अदा की गई। थानाध्यक्ष इंद्रदेव ने बताया कि गुरुवार शाम को ही सभी मस्जिदों के मौलवियों को यह बता दिया गया था कि कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए पांच लोग ही मस्जिद के अंदर नमाज अदा कर सकेंगे। लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार नमाजियों ने अपने अपने घरों पर ही नमाज अदा किया। लालगंज, खालसा, अझारा, धधुआ गाजन, जलेशरगंज, कैथोला, सगरासुंदरपुर, लीलापुर, बाबूगंज, हंडोर, सांगीपुर, अजगरा, उस्मानपुर, अठेहा आदि मस्जिदों के बाहर पुलिस का पहरा बना रहा। सीओ जगमोहन, कोतवाल रणजीत सिंह भदौरिया, हल्का इंचार्ज राजेश कुमार, कैथोला चौकी इंचार्ज राजेश शुक्ल, लीलापुर चौकी प्रभारी बीडी राय, एसओ सांगीपुर, एसओ उदयपुर पुलिस फोर्स के साथ भ्रमणशील रहे। कुंडा प्रतिनिधि के अनुसार तहसील क्षेत्र में कोविड 19 का पालन कराते हुए मस्जिदों के सामने कड़ी सुरक्षा रही। कुंडा के नूर मजस्जिद, सरयू नगर, बेती रोड, अघिया, बसवाही, बरई, शेखपुर, दिलेरगंज के साथ ही मानिकपुर, नवाबगंज, संग्रामगढ़, महेशगंज, जेठवारा, बाघराय, हथिगवां समेत क्षेत्रों में स्थित मस्जिदों में नमाज पढ़ने के दौरान फिजिकल डिस्टेसिग का पूरा ध्यान रखा गया। सीओ कुंडा अर्जुन सिंह ने बताया कि जगह-जगह पुलिस तैनात की गई है। उलंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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जमीन व आसमान भी रोते हैं रमजान की विदाई पर

संसू, प्रतापगढ़ : बरकत एवं रहमत का महीना रमजानुल मुबारक धीरे धीरे बीतने को है।जैसे-जैसे इस महीने का एक एक दिन कम हो रहा है, सेवा से मोमिनों के चेहरे पर रमजान की स्ख्सती का दर्द बयां होने लगा है। रमजान माह का आखिरी जुमा यानि अलविदा भी बीत गया। रमजान माह के अलविदा के संबंध में मदरसा जियाउल उलूम के प्रबंधक कारी साबिरुलकादरी ने बताया कि जब रमजान की आखिरी रात आती है तो जमीन व आसमान मेरी उम्मत की मुसीबत को याद करके रोते हैं। शहाबा इकराम ने कहा कि रमजान माह का स्खसत होना, क्योंकि इस मुबारक माह में सदका, खैरात व दुआओं को जल्दी कबूल किया जाता है। दीवानगंज प्रतिनिधि के अनुसार जामा मस्जिद दीवानगंज के मौलाना मोबीन अहमद ने रमजान के महीने की आखरी जुमा पर कहा कि रमजान के दिनों में आखरी जुमा के दिन की घड़ी में नमाजी मालिक से जो दुआएं मांगता है,वह अवश्य कबूल होती है। उन्होंने बताया कि रमजान माह का आखिरी जुमा काफी बरकत वाला होता है। इस दिन अधिक से अधिक इबादत करना चाहिए।

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मासूम ने कोरोना से निजात को रखा रोजा

संसू, लालगंज : कोरोना महामारी के संक्रमण से देश को निजात दिलाने को लेकर मन्नतें व दुआएं भी की जा रही हैं। कोरोना महामारी से इंसानों के बचाव के लिए लालगंज नगर के खानापट्टी स्थित मदरसा दारूल उलूम बाबुन्नवी में हजरत मौलाना रहमानी मियां के छह साल के बेटे मोहम्मद अबहुजैफा रहमानी ने भी रोजा रखा। हर रोज पांच वक्त की नमाज अदा करके अल्लाह से देश को कोरोना से मुक्ति की दुआ की। हजरत मौलाना रहमानी मियां के अनुसार मदरसे के सभी बच्चे अपने अपने घरों में कोरोना महामारी से निजात को लेकर अल्लाह से दुआ कर रहे हैं।

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