दो महीने जलाई बिजली, आया पांच अरब का बिल
बिजली विभाग में अनाप-शनाप बिल देना रीडिग कम अधिक बताया देने के बाद भी बकाया दिखाना सुना जाता है पर यहां तो हद ही हो गई। विभाग ने क्षेत्र के पृथ्वीगंज बाजार के उपभोक्ता राधेश्याम के नाम 5.50 अरब रुपये का बिल जारी कर दिया। बिल देखकर पहले तो वह समझ न पाया कि माजरा क्या है। अप्रैल में आए इस बिल को लेकर वह परेशान हो गया। बिल अप्रैल माह का है लेकिन इसे अक्टूबर माह तक सुधारा नहीं गया था। विभाग द्वारा अरबपति समझे गए उपभोक्ता की चिता अब तक बनी हुई है।
संसू, पट्टी, प्रतापगढ़ : केवल दो महीने अगर आप बिजली जलाएं और आपके नाम पांच अरब का बिल आ जाए तो दिल की धड़कन को संभाल पाना मुश्किल हो जाएगा। ऐसा ही हुआ किसान उपभोक्ता के साथ। विभाग के लिए तो यह महज त्रुटि है, पर किसान के लिए आफत का परवाना हो गया।
बिजली विभाग में अनाप-शनाप बिल देना, रीडिग कम अधिक बताया, देने के बाद भी बकाया दिखाना सुना जाता है, पर यहां तो हद ही हो गई। विभाग ने क्षेत्र के पृथ्वीगंज बाजार के उपभोक्ता राधेश्याम के नाम 5.50 अरब रुपये का बिल जारी कर दिया। बिल देखकर पहले तो वह समझ न पाया कि माजरा क्या है। अप्रैल में आए इस बिल को लेकर वह परेशान हो गया। बिल अप्रैल माह का है, लेकिन इसे अक्टूबर माह तक सुधारा नहीं गया था। विभाग द्वारा अरबपति समझे गए उपभोक्ता की चिता अब तक बनी हुई है। राधेश्याम के नाम दो महीने के एवज में इतना लंबा बिल देने के बाद उसे उसकी परेशानी व मनोदशा का अहसास नहीं हो रहा। बिल का अब तक सुधार नहीं हो सका है। किसान इधर-उधर भटकने को मजबूर है। थक-हार कर मंगलवार को उपभोक्ता ने अपना बिल इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। अब विभागीय अधिकारी उससे संपर्क साधने का प्रयास कर रहे हैं। कह रहे हैं कि क्यों परेशान हो, हो जाएगा। जबकि किसान को यह चिता खाए जा रही है कि कहीं इतने बड़े बकाए पर उसे जेल ने जाना पड़ जाए। इस पर एसडीओ एसबी प्रसाद ने बताया कि कंप्यूटर की त्रुटि के कारण अधिक मूल्य का बिल जारी कर दिया गया था। जानकारी मिली है। देख रहे हैं।