प्रोन्नत के लिए महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय के आदेश का इंतजार

कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते शासन ने विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को निरस्त कर विद्यार्थियों को प्रोन्नत करने का आदेश दिया था। जिले के महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय से इस संबंध में अभी तक कोई आदेश नहीं आया है। इससे स्नातक प्रथम एवं द्वितीय परास्नातक प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में पड़ता दिख रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Jul 2020 11:02 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jul 2020 11:02 PM (IST)
प्रोन्नत के लिए महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय के आदेश का इंतजार
प्रोन्नत के लिए महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय के आदेश का इंतजार

प्रतापगढ़ : कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते शासन ने विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को निरस्त कर विद्यार्थियों को प्रोन्नत करने का आदेश दिया था। जिले के महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय से इस संबंध में अभी तक कोई आदेश नहीं आया है। इससे स्नातक प्रथम एवं द्वितीय, परास्नातक प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में पड़ता दिख रहा है।

जिले में 159 महाविद्यालय हैं, जो प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय प्रयागराज से संबद्ध हैं। इन महाविद्यालयों में स्नातक व परास्नातक के एक लाख से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं। कमेटी की रिपोर्ट पर शासन ने परीक्षाओं को निरस्त करने पर अपनी सहमति दे दी है, हालांकि राज्य विश्वविद्यालय से अभी तक महाविद्यालयों में कोई दिशा निर्देश नहीं आया है। एमडीपीजी कालेज के प्राचार्य प्रो. विनोद शुक्ला, पीबीपीजी कालेज के प्राचार्य डॉ. बृजभानु सिंह ने बताया कि अभी तक विश्वविद्यालय से छात्र-छात्राओं के प्रोन्नत करने संबंधी कोई आदेश नहीं आया है। एमडीपीजी के जन सूचना अधिकारी डॉ. सीएन पांडेय ने बताया कि स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। अब तक दो सौ छात्र-छात्राओं का प्रवेश हो चुका है।

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