स्वजनों का दावा, जहरीली शराब से गई युवकों की जान

संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के रायकाशीपुर गांव के फूलचंद्र सरोज राजेश कुमार राकेश कुमार शाहजहांपुर के मोहंदी में एक ईंट भट्ठे पर काम करने गए थे। रविवार की रात तीनों ने भट्ठे पर शराब पी। इसके बाद ही तीनों की हालत खराब हो गई। बीते सोमवार की शाम राकेश की मौत हो गई। बुधवार को बाबागंज विधायक विनोद सरोज गांव पहुंचकर मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए मामले को विधानसभा में उठाने का आश्वासन दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Nov 2019 11:16 PM (IST) Updated:Thu, 28 Nov 2019 06:04 AM (IST)
स्वजनों का दावा, जहरीली शराब से गई युवकों की जान
स्वजनों का दावा, जहरीली शराब से गई युवकों की जान

संसू, बाबागंज : शाहजहांपुर में रोजगार की तलाश में गए संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के रायकाशीपुर गांव के तीन मजदूरों की मौत को लेकर रहस्य गहरा गया है। एक तरफ जहां परिजन शराब पीने के बाद मरने की आशंका जता रहे हैं, वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। आबकारी विभाग ने भी इस मामले को दूसरे जिले का बता पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है। पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाने बाबागंज विधायक पहुंचे।

संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के रायकाशीपुर गांव के फूलचंद्र सरोज, राजेश कुमार, राकेश कुमार शाहजहांपुर के मोहंदी में एक ईंट भट्ठे पर काम करने गए थे। रविवार की रात तीनों ने भट्ठे पर शराब पी। इसके बाद ही तीनों की हालत खराब हो गई। बीते सोमवार की शाम राकेश की मौत हो गई। उसके कुछ देर बाद फूलचंद्र व राजेश की भी तबीयत बिगड़ गई। यह देख साथ के मजदूरों ने राकेश का शव और गंभीर रूप से खराब हालत में फूलचंद्र व राजेश को लेकर प्रतापगढ़ के लिए रवाना हो गए। रास्ते में सोमवार की देर रात लखनऊ से पहले राजेश की भी मौत हो गई। दो लोगों की मौत के बाद फूलचंद्र की भी हालत काफी बिगड़ गई। उसे इलाज के लिए ऊंचाहार अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया। रायबेरली पुलिस ने फूलचंद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दौरान तीनों के परिजन और गांव के लोग भी रायबरेली पहुंच चुके थे। राजेश व राकेश के शव का मानिकपुर घाट पर मंगलवार रात ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं बुधवार की शाम तक फूलचंद्र के परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव का इंतजार करते रहे। उधर, मृतक रमेश के भाई उमेश का आरोप है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी न तो भट्ठा मालिक, न मुंशी और न ही वहां का कोई प्रशासनिक या पुलिस अधिकारी आया। उसके भाई रमेश की किन कारणों से मृत्यु हुई है, या उसको क्या हुआ था, इसके बारे में कोई बताने नहीं आया। उस ईंट भट्ठे पर गांव का राजू सरोज भी था। उसने फोन से सिर्फ इतना बताया कि फूलचंद्र सरोज, राजेश कुमार, राकेश कुमार ने शराब पी थी और उसी के बाद से उनकी तबीयत खराब होने लगी थी। उसी कारण से इनकी मौत हो सकती है। राजू सरोज की बात से परिजनों को आशंका है कि तीनों की मौत कहीं जहरीली शराब से तो नहीं हो गई। गांव के प्रधान विनोद ने इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को दी, मगर सिर्फ औपचारिकता करके कानूनगो लौट गया। गांव में उस समय हलचल मच गई, जब बाबागंज विधायक विनोद सरोज पहुंचे और परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी ली। परिजनों ने उनसे बताया कि जिस एक बोतल से फूलचंद्र सरोज, राजेश कुमार, राकेश कुमार ने शराब पी थी, उसे पीने के बाद ही उनकी हालत खराब हो गई थी। इस घटना की जांच की जाए। विधायक ने मौके से ही डीएम मार्कंडेय शाही से बात की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह शराब पीने से हुई इस मौते के मामले को विधानसभा में उठाएंगे और जांच कराएंगे। वहीं गांव में प्रधान विनोद व समाजसेवी ठाकुर राजेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोगों का मजमा लगा रहा। इस मामले में एसडीएम मोहन लाल गुप्ता का इतना ही कहना था कि मृतकों की पारिवारिक स्थिति की जानकारी के लिए कानूनगो को मौके पर भेजा गया था, ताकि उनके परिवार को सरकार से कोई सहायता राशि मिल सके।

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पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल

रमेश के मौत के बाद से पत्नी कुसुम का रो-रोकर बुरा हाल है। रमेश के दो लड़के और एक लड़की हैं। इसमें राज (6), रागिनी (5), युवराज (3) हैं। वहीं राकेश को चार लड़की व एक लड़का है। इसमें काजल (13), जितेंद्र (11), लक्ष्मी(6), मानसी (4), मोहनी (2) वर्ष हैं। उसकी पत्नी शिवकली रो-रोकर बेहोश हो जाती, जब भी उठती, यही कहती कि उसके बच्चों का भरण पोषण कैसे होगा। वहीं फूलचंद्र की पत्नी टिकरहिन का कहना है कि हमारी तो बड़ी-बड़ी बेटियां हैं, कैसे हम जिएंगे, कैसे इन बेटियों की शादी होगी। फूलचंद के छह बच्चे है। इसमें राहुल (16), रोहित(14), मोहित(8), सुंदरा (23), सुमन तारा(20) व मनीषा(19) है। इसमें केवल सुमन तारा की ही शादी हुई है।

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