अस्तित्व बचाने को एकता के तराने गाएंगे कलाकार
कोरोना काल में मंचीय कलाकारों की दुनिया भी बेनूर हो गई है। जिले के गायक जागरण कलाक
कोरोना काल में मंचीय कलाकारों की दुनिया भी बेनूर हो गई है। जिले के गायक, जागरण कलाकार, झांकी कलाकार, बैंड कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए जहां लोगों को मनोरंजन करते थे, वहीं अपने परिवार का पालन भी करते थे। छह महीने से सब ठप है। अब वह अपना अस्तित्व बचाने को सुर से सुर मिलाने जा रहे हैं।
जिले में सांस्कृतिक प्रतिभाओं की कमी नहीं है। कई कलाकार फिल्मी दुनिया तक भी पहुंचे हैं। जिला स्तर पर बहुत प्रोत्साहन न मिल पाने से यह अधिकांश कलाकार अपने में सिमट गए हैं। अब वह संकल्प लिए हैं कि अपना हक पाने को वह सुर से सुर मिलाएंगे।
कोरोना इफेक्ट से मुकाबला
कोरोना के प्रभाव से पैदा हुए हालात से मुकाबला करने की यह पहले प्रतापगढ़ में एकदम नई है। मंच सजाने वाले, दिल बहलाने वाले एक होकर संगठन बनाए हैं। उसका पंजीकरण भी कराया। संगीत कलाकार वेलफेयर एसोसिएशन का गठन करते हुए कलाकारों ने इसका बिगुल बजा दिया है। इसकी मैराथन बैठक करके कलाकारों ने सर्वसम्मति से पंडित बृजेंद्र शर्मा को अपना मुखिया भी चुन लिया। अब शासन व प्रशासन तक संगठन जाएगा।
यह है कला कैबिनेट
कला व कलाकारों की कैबिनेट में कौशल मिजाजी को उपाध्यक्ष, बब्बन पांडेय मीडिया प्रभारी बने हैं। अजय कुमार सचिव नजर आएंगे। अरशद दसनी संरक्षक, अवधेश पांडेय संस्थापक हैं। भोजपुरी सिगर राम विशाल पाठक महामंत्री, गायक राजू चंद्रा मंत्री के रूप में एकता के तराने को सुर देंगे। शीतल सैनी महासचिव, ऋषभ आर्य संगठन मंत्री, दीपक चंचल संगठन प्रभारी, नंदलाल प्रवक्ता, देवी प्रसाद विर्श्वकर्मा प्रमुख सलाहकार के रूप में रहेंगे। साथ ही कलाकार आकाश त्रिपाठी, नीरज व सोनू जैसे कई कलाकार अपनी आवाज उठाएंगे।