मारपीट मे घायल अधेड़ की मौत से आक्रोशित स्वजनों ने लगाया जाम

एक सप्ताह पूर्व कहासुनी के दौरान हुई मारपीट में घायल अधेड़ की मौत के बाद शव घर लाया गया तो स्वजन आक्रोशित हो उठे। मंगलवार की सुबह आक्रोशित लोगों ने शव को कुंडा-गोतनी मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। एक घंटे बाद पुलिस उनको वहां से हटा सकी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 10:34 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 10:34 PM (IST)
मारपीट मे घायल अधेड़ की मौत से आक्रोशित स्वजनों ने लगाया जाम
मारपीट मे घायल अधेड़ की मौत से आक्रोशित स्वजनों ने लगाया जाम

संसू, कुंडा: एक सप्ताह पूर्व कहासुनी के दौरान हुई मारपीट में घायल अधेड़ की मौत के बाद शव घर लाया गया तो स्वजन आक्रोशित हो उठे। मंगलवार की सुबह आक्रोशित लोगों ने शव को कुंडा-गोतनी मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। एक घंटे बाद पुलिस उनको वहां से हटा सकी।

कुंडा थाना क्षेत्र के रहवई स्थित जगदीशपुर में बीते 17 फरवरी को गांव गजाधर प्रसाद का गांव के ही धीरेंद्र सरोज के स्वजनों से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसके बाद तनाव चल रहा था। 23 फरवरी की दोपहर करीब तीन बजे धीरेंद्र ने कहासुनी के दौरान गजाधर व उनकी पत्नी मियांइन व बेटी मनीता को सरिया से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। तीनों का इलाज प्रयागराज में चल रहा था। मामले में देर रात घायल मियांइन ने पुलिस को घटना की तहरीर दी। आरोपित धीरेंद्र सरोज के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पुलिस ने दर्ज किया। पुलिस ने 25 फरवरी को आरोपित को गिरफ्तार कर उसको जेल भेज दिया। इधर बीते रविवार की दोपहर एक बजे इलाज के दौरान गजाधर की मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही स्वजन रोने लगे। पोस्टमार्टम हाउस से सोमवार की शाम घर लाया गया।मंगलवार की सुबह दस बजे आक्रोशित स्वजन ग्रामीणों के साथ कुंडा गोतनी मार्ग पर नई बाजार के समीप जगदीशपुर गांव के सामने शव बीच रोड पर रखकर जाम लगा दिया।मुकदमे में धारा बढ़ाने व पीड़ित के स्वजनों को आर्थिक सहायता दिलाएं जाने एवं आरोपित के घर पर ताला बंद करने की मांग करने लगे। मौके पर पहुंचे कुंडा कोतवाल डीपी सिंह के समझाने बुझाने पर एक घंटे के बाद दोपहर 11 बजे जाम तो खुल गया, साथ ही आरोपित के घर पर ताला बंद कराया, लेकिन थोड़ी देर बाद स्वजन फिर आर्थिक सहायता की मांग को लेकर अड़ गए। कोतवाल के द्वारा आर्थिक सहायता दिलाए जाने का आश्वासन दिए जाने पर पीड़ित स्वजन शव का अंतिम संस्कार करने को राजी हो गए।

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