241 फाइलें लंबित, आजीविका चलने पर संकट

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े समूहों की महिलाओं को कैश क्रेडिट लिमिट के तहत एक लाख रुपये बैंक से दिया जाना था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Jun 2020 10:18 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jun 2020 10:18 PM (IST)
241 फाइलें लंबित, आजीविका चलने पर संकट
241 फाइलें लंबित, आजीविका चलने पर संकट

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े समूहों की महिलाओं को कैश क्रेडिट लिमिट के तहत एक लाख रुपये बैंक से दिया जाना था। बैंक प्रबंधन की लापरवाही से सैकड़ों आवेदन लंबित हैं। पैसे न मिलने से वह कामकाज शुरू नहीं कर पा रही हैं। इससे उनकी आजीविका पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले के बाबा बेलखरनाथ धाम ब्लाक, मानधाता समेत आधा दर्जन ब्लाकों की समूह की महिलाओं ने सीसीएल के लिए आवेदन किया था। 241 के सापेक्ष केवल चार फाइलों का ही ऋण स्वीकृत किया गया। अभी भी 235 आवेदन लंबित हैं। इसमें सबसे ज्यादा फाइल बैंक ऑफ बड़ौदा बैंक में लंबित है। 56 के सापेक्ष शून्य, एसबीआइ में 25 के सापेक्ष शून्य, बड़ौदा उ.प्र. ग्रामीण बैंक में 120 के सापेक्ष छह व सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में छह के सापेक्ष एक भी फाइल स्वीकृत नहीं की गई। लापरवाही का आलम यह है कि समूह के बचत खाते खोलने में भी लापरवाही बरती जा रही है। एसबीआइ में 87, बीओबी में 153, यूबीआइ में 41 व बड़ौदा उ.प्र. ग्रामीण बैंक में 237 खाते अब तक नहीं खोले गए। एनआरएलएम विभाग के जिला मिशन प्रबंधक रतन कुमार मिश्रा ने बताया कि बैंक प्रबंधन की लापरवाही से फाइलें लंबित पड़ी हैं। बचत खाते खोलने में भी लापरवाही बरती जा रही है। विशेष सचिव ने जाना राशन वितरण का सच संसू, लालगंज : विशेष सचिव अखंड प्रताप सिंह दिन में कोटे के राशन वितरण का जायजा लेने लालगंज पहुंचे। यहां से उन्होंने क्षेत्र के गौखड़ी, अमांवा, तेजगढ़ व पूरे पंडित कमौरा गांव पहुंचकर राशन वितरण की हकीकत खंगाली। विशेष सचिव ने गांव आए प्रवासियों के राशन कार्ड का सत्यापन भी किया। शासन के निर्देशों के अनुरूप प्रवासियों व अन्य ग्रामीणों को मिलने वाले राशन को लेकर सीधे ग्रामीणों से भी पूछताछ किया। इस दौरान पूर्ति निरीक्षक लालगंज राज यादव ने आवश्यक जानकारियों प्रदान की।

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