टाइगर रिजर्व से काटी जा रही जलौनी लकड़ी
सिमराया से दियोरिया रोड टूटे पुल होते हुए जंगल जाने वाले मार्ग से रात दिन लोग जंगल की लकड़ी साइकिल पर ढोते जाते देखे जा सकते हैं।
कसगंजा (पीलीभीत): सिमराया से दियोरिया रोड टूटे पुल होते हुए जंगल जाने वाले मार्ग से रात दिन जलौनी लकड़ी निकाली जा रही है। इससे पीलीभीत क्षेत्र की पहचान हरे भरे पेड़ों और जंगल का क्षेत्रफल निरंतर घट रहा है।
जंगल के टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद से जंगल में पूरी तरह से आम आदमी के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। जंगल से हरी और जलौनी लकड़ी निकल रही है। दियोरिया रोड वाले मार्ग पर शाम ढलते ही लकड़ी से लदी साइकिलें भारी संख्या में दिखाई देने लगती हैं। लकड़ी व्यापारी यह लकड़ी क्षेत्र के गांवों में बेचते हैं। जलौनी लकड़ी सुविधा शुल्क लेकर निकलवाने की बात कही जा रही है। कार्रवाई न होने से बेखौफ होकर टाइगर रिजर्व से हरे भरे पेड़, सूखी लकड़ी का सफाया हो रहा है। क्षेत्र में हरियाली के कातिल भी सक्रिय हो गए हैं जो दिन में ही कटान शुरू कर देते हैं। जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।