लोगों को झुलसा रहा जेठ का नौतपा

रुहेलखंड के अन्य जिलों की तुलना में तराई के इस जिले का तापमान हमेशा कम रहता है लेकिन इस बार तो जेठ का नौतपा यहां भी लोगों को खूब झुलसा रहा है। विशेष गर्मी के 25 मई से लेकर दो जून तक नौ दिन (नौतपा) यहां के जन जीवन पर भी भारी पड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 11:30 PM (IST)
लोगों को झुलसा रहा जेठ का नौतपा
लोगों को झुलसा रहा जेठ का नौतपा

जेएनएन, पीलीभीत : रुहेलखंड के अन्य जिलों की तुलना में तराई के इस जिले का तापमान हमेशा कम रहता है लेकिन इस बार तो जेठ का नौतपा यहां भी लोगों को खूब झुलसा रहा है। विशेष गर्मी के 25 मई से लेकर दो जून तक नौ दिन (नौतपा) यहां के जन जीवन पर भी भारी पड़ रहे हैं। हालत यह है कि भीषण गर्मी के कारण लोगों को न बाहर चैन मिल रहा और न ही घर के अंदर सुकून मिल पा रहा। नौतपा का यह दौर 2 जून तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान 29, 30 मई को आंधी के साथ हल्की बारिश होने से तपिश से कुछ राहत मिल सकती है।

राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र सिंह ढाका के अनुसार हिदू कैलेंडर के अनुसार हर साल ज्येष्ठ मास में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आ जाता है। ज्योतिष के मुताबिक इस बार ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष तृतीया यानि 25 मई से सूर्य के कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही नौतपा की शुरुआत हो गई है। अब सूर्य दो जून तक इसी नक्षत्र में रहेगा। नौतपा के दिनों में तापमान में उमस के साथ सूर्य की तेज किरणें लोगों को न तो बाहर आराम देंगी और न ही घर के अंदर। नौतपा पूरे गर्मी के सीजन के सबसे गर्म दिन होते हैं। हालांकि अत्यधिक गर्मी के कारण कभी कभी बारिश के योग भी बन जाते हैं। रोहिणी नक्षत्र में सूर्य वृष राशि के दस से बीस अंश तक रहता है, तब नौतपा लगता है। वैसे इस नक्षत्र में सूर्यदेव 15 दिन तक रहेंगे। शुरुआत के नौ दिनों को नौतपा कहा जाता है। मंगलवार को जिले में अधिकतम तापमान 40.5 तथा न्यूनतम 26.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। बुधवार व गुरुवार को इसमें और बढ़ोतरी होगी। तराई के जिले में इस बार अधिकतम तापमान 42 डिग्री से ऊपर पहुंच जाने की संभावना है। हालांकि गुरुवार की शाम पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में कुछ बदलाव आने की संभावना है। इस दौरान आंधी के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

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